Edited By Vaneet,Updated: 07 Mar, 2019 07:01 PM

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने धार्मिक बेअदबी मामलों की जांच के लिए कांग्रेस सरकार की गठित...
चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने धार्मिक बेअदबी मामलों की जांच के लिए कांग्रेस सरकार की गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) की कार्रवाई को ‘पूर्व निर्धारित‘, ‘दुर्भावनापूर्ण‘ और ‘राजनीतिक बदले की कार्रवाई‘ करार देते हुए कहा कि पार्टी अब एसआईटी से सहयोग नहीं करेगी।
शिअद नेता बलविंदर सिंह भुंडर, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल और डा. दलजीत सिंह चीमा ने यहां जारी एक संयुक्त बयान में आरोप लगाया कि एसआईटी रंजीत सिंह आयोग के पदचिन्हों पर चल रही है और शिअद नेताओं को फंसाने की कांग्रेस पार्टी की मंशा पूरी कर रही है। उन्होंने कहा कि एसआईटी का यह राजनीतिकरण शिअद को कबूल नहीं है इसलिए शिअद नेतृत्व अब एसआईटी से सहयोग नहीं करेगा।
बयान के अनुसार पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही राज्यपाल वीपी सिंह बदनोर से इस मुद्दे पर मिलेगा व कोटकपूरा एवं बहिबल कलां मामलों में निष्पक्ष जांच की मांग करेगा। शिअद की मांग है कि इस प्रकरण में उच्चतम न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में किसी केंद्रीय एजेंसी से करवाई जाए। पार्टी के कोटकपूरा के पूर्व विधायक मंतर सिंह बराड़ का नाम एसआईटी की प्राथमिकी में शामिल है।