Edited By Tania pathak,Updated: 11 Oct, 2020 09:26 AM
देश में ड्राइविंग लाइसैंस बनाना बेहद मुश्किल बनता जा रहा है, क्योंकि ट्रांसपोर्ट विभाग का स्लॉट लेने के बिना ड्राइविंग लाइसैंस नहीं बन सकता। रोजाना सैंकड़ों ही लोग अपनी फीसें ट्रांसपोर्ट विभाग...
पटियाला/रखड़ा (राणा) : प्रदेश में ड्राइविंग लाइसैंस बनाना बेहद मुश्किल बनता जा रहा है, क्योंकि ट्रांसपोर्ट विभाग का स्लॉट लेने के बिना ड्राइविंग लाइसैंस नहीं बन सकता। रोजाना सैंकड़ों ही लोग अपनी फीसें ट्रांसपोर्ट विभाग को देने के बाद भी स्लॉट लेने के लिए तरसते दिखाई दे रहे हैं।
जिन लोगों को स्लॉट नहीं मिलेगा, उसका लाइसैंस बनना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन बनता जा रहा है। पंजाब सरकार चुनावों के समय वोटें हासिल करने के लिए विभागों में होने वाले कार्यों को सरल करने के बड़े-बड़े दावे करते हैं। जब सरकार सत्ता में आ जाती है, उस समय यह सभी वायदे हवा होकर रह जाते हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग एक ऐसा विभाग है जिसका कोई वालीवारस नजर नहीं आ रहा।
स्लॉट लेने के 30 सैकिंड पड़ रहे हैं जनता पर भारी
विभाग की स्लॉट देने वाली वैबसाइट हाईजैकरों के कब्जे में है, क्योंकि एक व्यक्ति विशेष को स्लॉट लेने के लिए 30 सैकिंड का समय निर्धारित किया गया है, जबकि दफ्तरी बाबूओं के साथ सीधे संपर्क वाला एक विशेष एजैंट कई-कई स्लॉट जारी करके हजारों रुपयों की वसूली कर लेता है। वर्णनयोग है कि फीस भरने से पहले स्लॉट चैक करने के लिए कहा जाता है परन्तु इनकी साइट पर 120 स्लॉट हर समय शो करते हैं परन्तु पब्लिक को इनमें से कोई स्लॉट नहीं मिलता, जिससे साफ झलकता है स्लॉट लेने के मामले में पर्दे के पीछे चल रहे गोरखधंधे कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्लॉट लेने के 30 सैकिंड ही जनता पर भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं।
आबादी के आधार पर स्लॉटों की संख्या बढ़ाने की मांग
ड्राइविंग लाइसैंसों के लिए अप्लाई करने वाले कुछ दर्खास्तकर्ताओं ने ट्रांसपोर्ट विभाग में स्लॉट जारी करने की संख्या सभी जिले केंद्र पर बराबर-बराबर भाग गई है, परन्तु वहां से आबादी और ड्राइविंग लाइसैंस बनवाने की संख्या कम होने के कारण इस नीति को फिर विचार कर आबादी के आधार पर संख्या बढ़ाई जानी चाहिए जिससे अधिक से अधिक ड्राइविंग लाइसैंस जारी किए जा सकेंगे। सूत्रों से पता लगा है कि बैकलॉग करवाने वाली साइट भी बंद पड़ी है।