Edited By Urmila,Updated: 24 May, 2022 03:17 PM
शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के प्रमुख नेता की एक अहम बैठक में पार्टी के प्रधान और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा के नेतृत्व में पार्टी के मुख्य दफ्तर में हुई। बीते दिनों हुई मीटिंग के शुरू में ढींडसा ...
चंडीगढ़/मोहाली (प्रदीप): शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के प्रमुख नेता की एक अहम बैठक में पार्टी के प्रधान और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा के नेतृत्व में पार्टी के मुख्य दफ्तर में हुई। बीते दिनों हुई मीटिंग के शुरू में ढींडसा की तरफ से मीरी पीरी के मालिक श्री हरगोबिन्द साहिब जी की गुरुगद्दी दिवस की बधाई दी गई। इस उपरांत पंथ की पेश समस्याओं के निपटारे के लिए नेताओं की तरफ से विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इस दौरान पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व वित्त मंत्री परमिन्दर सिंह ढींडसा को पार्टी का मुख्य प्रवक्ता नियुक्त किया गया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्दर सिंह धामी की तरफ से बंदी सिंहों की रिहाई के लिए बीती 16 मई को गठित की गई 11 सदस्यीय कमेटी में सुखबीर बादल का नाम डाले जाने पर सुखदेव सिंह ढींडसा की तरफ से उसी दिन मीडिया के द्वारा सख्त विरोध किया गया था। इस दौरान ढींडसा ने कहा कि एस.जी.पी.सी. को धार्मिक कामों में राजनीतिक लोगों को शामिल नहीं करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि बादल परिवार ने पिछले लंबे समय से पंथ और पंजाब का जो भारी नुकसान किया है, वह पंथ से छिपा नहीं है। पंजाब विधान सभा मतदान में बादल दल राजनीतिक तौर पर पूरी तरह टूट चुका है और अपनी राजनीतिक धरातल फिर स्थापित करने के लिए सुखबीर बादल को अब पंथ हित याद आने लग पड़ा है।
बादल परिवार की तरफ से कभी भी पंजाब में सत्ता में रहते बंदी सिंहों की रिहाई के कोई यत्न नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि बरगाड़ी बेअदबी अध्याय, बहबलकलां गोलीकांड, लुधियाना लुहार का काम नूरमहलिया अध्याय और डेरा सिरसा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को माफी दिलाने में बादल परिवार का बड़ा हाथ रहा है। मीटिंग में समूचे नेताओं की तरफ से सुखदेव सिंह ढींडसा के बयान की पुष्टि की गई। इसके अलावा जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल प्रधान हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और हरमीत सिंह कालका प्रधान दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से सुखबीर सिंह बादल को 11 सदस्यीय समिति में से बाहर निकालने को लेकर लिए गए स्टैंड की प्रशंसा की गई।
इस दौरान बंदी सिंहों की रिहाई के लिए ढींडसा को आगे वाली रणनीति बनाने के लिए इख्तियार भी दिए गए। मीटिंग में ढींडसा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के साथ संबंध कायम करके प्रो. दविन्दरपाल सिंह भुल्लर की रिहाई के लिए जल्द से जल्द रास्ता सपाट करने की जोरदार मांग की है और भाई गुरदीप सिंह खेड़ा की रिहाई के लिए भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री से अपील की गई है।
मीटिंग में जत्थेदार तोता सिंह सीनियर टकसाली नेता और अमरजीत सिंह सत्याल उपप्रधान शिरोमणि अकाली दल संयुक्त (रूपनगर) के अकाल प्रस्थान पर गहरे दुख का दिखावा किया गया और उनकी आत्मा की शान्ति के लिए परमात्मा आगे अरदास की गई।
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