Edited By swetha,Updated: 29 Oct, 2018 11:15 AM
आर.टी.आई. की रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि 135 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत देश का हर नागरिक 1308 रुपए का कर्जदार है, जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान पूरी तरह से कर्ज में डूबा हुआ है। आर.टी.आई. कार्यकर्ता पंजाब रोहित सभ्रवाल ने बताया कि उन्होंने आर.टी.आई. के...
फिल्लौर(भाखड़ी): आर.टी.आई. की रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि 135 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत देश का हर नागरिक 1308 रुपए का कर्जदार है, जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान पूरी तरह से कर्ज में डूबा हुआ है।
आर.टी.आई. कार्यकर्ता पंजाब रोहित सभ्रवाल ने बताया कि उन्होंने आर.टी.आई. के माध्यम से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से पूछा था कि देश ने व4ल्ड बैंक से कितना रुपया ब्याज पर लिया है। इस संबंध में डिपार्टमैंट ऑफ इकोनोमिक अफेयर मिनिस्ट्री ऑफ फाइनांस भारत सरकार द्वारा जो जानकारी उपलब्ध करवाई गई उसके अनुसार भारत सरकार ने वर्ल्ड बैंक से 1,76,614 करोड़ रुपए का ऋण लिया है।
भारत देश ऋण व ब्याज लौटाने में ईमानदार
रोहित सभ्रवाल ने बताया कि आई.आर.टी. की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने वर्ल्ड बैंक से यह ऋण कोई पहली बार नहीं लिया, बल्कि भारत 1955 से वर्ल्ड बैंक से ब्याज पर रुपए लेता आ रहा है। अब तक ऋण के रुपए चुकाने व ब्याज देने में भारत पूरी तरह से ईमानदार रहा है।
पाकिस्तान का हर नागरिक 1 लाख के ऊपर का कर्जदार
सभ्रवाल ने बताया कि पाकिस्तान के मीडिया के अनुसार उनकी देश की जनसंख्या 20 करोड़ के लगभग है और उनका देश इस कदर कर्ज में डूबा हुआ है कि प्रत्येक नागरिक 1 लाख रुपए के ऊपर का कर्जदार है।