Edited By Vatika,Updated: 14 Dec, 2019 10:08 AM
जहां एक तरफ वर्ष 2019 खत्म होने और 2020 आने वाला है, वहीं दूसरी ओर खालिस्तानी समर्थक सिख फॉर जस्टिस ग्रुप ने सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियां भी तेज कर दी हैं।
जालंधर(मृदुल): जहां एक तरफ वर्ष 2019 खत्म होने और 2020 आने वाला है, वहीं दूसरी ओर खालिस्तानी समर्थक सिख फॉर जस्टिस ग्रुप ने सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियां भी तेज कर दी हैं। इतना ही नहीं उक्त ग्रुप इतना सरगर्म है कि ग्रुप के कद्दावर नेता भारत के कुछ शरारती तत्वों के साथ संपर्क साध कर साजिशें रच रहे हैं।
इसके चलते सिख फॉर जस्टिस ग्रुप ने रैफरैंडम को बढ़ावा देने के लिए रजिस्ट्रेशन अभियान चलाया है जबकि भारत सरकार ने ग्रुप के लीगल एडवाइजर पन्नू को पहले ही आतंकी घोषित कर रखा है। मोहाली स्थित इंटैलीजैंस विंग में तैनात सूत्रों की मानें तो पंजाब पुलिस और सैंटर की सभी एजैंसियां उक्त ग्रुप की हर एक्टिविटीज पर नकार रखे हुए हैं, ताकि समय रहते ही इस ग्रुप के पंजाब में बैठे सभी मॉड्यूल को कै्रक किया जा सके। हालांकि बताया जा रहा है कि एस.एफ.जे. (सिख फॉर जस्टिस ग्रुप) पंजाब के मॉड्यूल में लोगों खासकर नौजवान लड़कों को इस्तेमाल करना चाहता है और वहीं दूसरी ओर दिल्ली स्थित उन परिवारों की युवा पीढ़ी को लुभाने की कोशिश हो रही है, जोकि खालिस्तान के समर्थक हैं। इसलिए सोशल मीडिया पर तो खालिस्तान समर्थकों ने तो ‘दिल्ली बनेगी खालिस्तान’ नामक अभियान तक चला रखा है, जिसमें उन्होंने ऐलान किया है कि साल 2020 में दिल्ली को ही सबसे पहले खालिस्तानी रा’य बनाएंगे। इसके लिए उनके समर्थक राजनीतिक पार्टियों से भी संपर्क साध रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया में भी राष्ट्रवादी लोगों ने 2020 आने से पहले भारत सरकार से कड़ा एक्शन लेने की मांग की है।
पन्नू ने पंजाब पुलिस के मुलाजिमों को अभियान में साथ देने का दिया था न्यौता
गत 6 जून 2019 को अमरीका के वॉशिंगटन डीसी में खालिस्तानी समर्थकों ने रैफरैंडम 2020 को बढ़ावा देने के लिए सिख फॉर जस्टिस ग्रुप के बैनर तले सिख युवाओं का साथ मांगा था। इस मामले में सिख फॉर जस्टिस ग्रुप के लीगल एडवाइकार गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ट्विटर पर बकायदा पोस्ट डालकर पंजाब पुलिस के मुलाजिमों और सेना के जवानों को 6 जून को रैफरैंडम 2020 की हुई रैली में शामिल होने के लिए न्यौता दे दिया था।
पंजाब में वारदातें और पोस्टर
27 जुलाई 2015 को आतंकियों ने गुरदासपुर में एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया, जिसमें गुरदासपुर एस.पी. सहित 7 लोगों की मौत हो गई। 2 जनवरी 2016 को आतंकवादियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। इस हमले में 7 जवान शहीद हो गए और 6 आतंकी मारे गए। 2016 से पंजाब के मोहाली, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, बरनाला, गुरदासपुर, पटियाला, मोगा, अमृतसर, होशियारपुर और तरनतारन में खालिस्तान और रैफरैंडम 2020 के समर्थन में पोस्टर लगाने के कई मामले सामने आए हैं। वहीं अगस्त 2018 को सिख फॉर जस्टिस ने लंदन के ट्रैफलगर स्क्वायर में रैफरैंडम 2020 को कामयाब बनाने के लिए रैली की। 15 सितम्बर 2018 को पंजाब के जालंधर जिले के मकसूदां थाने में 4 धमाके हुए थे। 10 अक्तूबर 2018 को पंजाब पुलिस व जम्मू -कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑप्रेशन में जालंधर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से 3 कश्मीरी छात्र गिरफ्तार हुए। उनके पास से ए.के. 56 राइफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे।
करतारपुर कॉरिडोर को मकसद का पुल बताते हैं खालिस्तानी समर्थक
सिख फॉर जस्टिस मूवमैंट ने हाल में खुले करतारपुर कॉरिडोर को खालिस्तान को बनाने के लिए पुल बताया है। यही नहीं करतारपुर में कॉरिडोर उद्घाटन समारोह में खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला की तरफ से बधाई से संबंधित पोस्टर भी लगे थे। खालिस्तान समर्थक चावला को हाफिज सईद और आई.एस.आई. का करीबी माना जाता है। यही वजह है कि श्री गुरु नानक देव जी की 550वें प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान में करतारपुर साहिब सम्मेलन-2019 आयोजित करने की योजना बनाई थी।
दिल्ली की कुछ राजनीतिक पार्टियां सिख फॉर जस्टिस को कर रहीं सपोर्ट!
वहीं इंटैलीजैंस को मिली इनपुट के मुताबिक दिल्ली की कुछ राजनीतिक पार्टियां सिख फॉर जस्टिस ग्रुप के मैंबरों और लीडरों को सपोर्ट कर रही हैं, ताकि उन्हें आने वाले समय में चुनाव में बढ़त मिल सके। सिख फॉर जस्टिस के राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से मिलने के कई सबूत मिले हैं, जिसको लेकर इंटैलीजैस की उन पर पैनी नकार है।
वर्ष 2020 के लिए पंजाब पुलिस पूरी तरह मुस्तैद: आई.जी.
वहीं मोहाली स्थित पंजाब इंटैलीजैंस विंग में तैनात एक आई.जी. रैंक के अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि पंजाब पुलिस की ओर से सरकार को निरंतर इनपुट दिया जा रहा है, ताकि नए साल पर कुछ अनचाही आतंकी गतिविधि न हो सके। इसके साथ इन आतंकी समर्थकों पर पंजाब पुलिस की पैनी नकार है। सुरक्षा के मामले में हर तरह से पंजाब पुलिस मुस्तैद है।