Edited By Subhash Kapoor,Updated: 02 Sep, 2024 09:24 PM
एसोसिएशन ऑफ यूनाइटेड कॉलेज टीचर्स (एयूसीटी) ने प्रिंसिपल सचिव उच्च शिक्षा को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के डीडीपीआई पर सख्त कार्रवाई का स्वागत किया है। महासचिव प्रो. जसपाल सिंह और प्रवक्ता प्रो. घई ने कहा कि विभाग के कई अधिकारी...
लुधियाना (विक्की) : एसोसिएशन ऑफ यूनाइटेड कॉलेज टीचर्स (एयूसीटी) ने प्रिंसिपल सचिव उच्च शिक्षा को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के डीडीपीआई पर सख्त कार्रवाई का स्वागत किया है। महासचिव प्रो. जसपाल सिंह और प्रवक्ता प्रो. घई ने कहा कि विभाग के कई अधिकारी अपने स्तर पर गलत फैसलों के माध्यम से सरकार की छवि धूमिल कर रहे थे। लेकिन मुख्यमंत्री मान की डिप्टी डॉयरेक्टर पर की गई सख्त कार्रवाई से पंजाब के कॉलेज शिक्षकों में नई ऊर्जा आई है। बता दें कि मुख्यमंत्री ने गत दिनों उच्च शिक्षा विभाग के डिप्टी डॉयरेक्टर अश्वनी भल्ला का तबादला सरकारी कॉलेज में करके उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए थे। एयूसीटी ने आरोप लगाया कि विभाग के ऐसे कई अधिकारियों द्वारा शिक्षकों का आर्थिक और मानसिक शोषण किया जा रहा था।
प्रो. घई ने कहा कि संगठन ने प्रिंसिपल सचिव से अनुरोध किया है कि अब जल्द ही पंजाब के कॉलेजों में बैठे अयोग्य प्रिंसिपलों पर भी कार्रवाई की जाए, क्योंकि इनकी वजह से सरकार को हर महीने लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। घई ने विभाग द्वारा जारी पत्र भी सांझा किया जिसमें पूर्व प्रिंसिपल सचिव द्वारा प्रिंसिपलों की ग्रांट भी रोक दी गई थी, लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी उन्हें पद से नहीं हटाया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब का शिक्षक वर्ग उम्मीद कर रहा है कि सरकार द्वारा अयोग्य प्रिंसिपलों पर बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट कब सार्वजनिक होगी और योग्य उम्मीदवारों को न्याय मिलेगा।