Edited By Urmila,Updated: 20 Nov, 2024 10:42 AM
चाइल्ड हैल्पलाइन की ओर से चौकों को भिखारीमुक्त करने के लिए कार्रवाई शुरू की है, जिसे लोगों द्वारा सराहा जा रहा है।
जालंधर : चाइल्ड हैल्पलाइन की ओर से चौकों को भिखारीमुक्त करने के लिए कार्रवाई शुरू की है, जिसे लोगों द्वारा सराहा जा रहा है लेकिन जिस तरीके से इस कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है उसे लोग सही नहीं मान रहे हैं। ऐसा एक मामला गत दिन आदर्श नगर के पास घटी घटना के बाद प्रकाश में आया। दोपहर करीब डेढ़ बजे एक जीप में कुछ पुलिस मुलाजिम आदर्श नगर स्थित चिक-चिक हाऊस के पास पहुंचे। चौक से कुछ दूरी पर कुछ बच्चियां भीग मांग रही थीं। जीप से उतरे पुलिस मुलाजिम एक बच्ची को उठाकर जीप में डालकर ले गए। इस पर पूरा दिन शोर मचा रहा कि नकली पुलिस जीप में आई और बच्ची का अपहरण करके ले गई है।
जिस जगह से बच्ची को पुलिस ले गई वह क्षेत्र पुलिस डिवीजन थाना 2 के अंतर्गत आता है। बच्ची के अभिभावक तुरंत थाना नं. 2 पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कही। इस पर बच्ची के माता-पिता दिन भर चौक के आसपास रोते-बिलखते देखे गए। बच्ची को किस थाने की पुलिस लेकर गई थाना 2 की पुलिस के पास कोई सूचना नहीं थी। रात करीब 8 बजे जब थाने से पता किया गया तो एक पुलिस अधिकारी ने पहले तो बताया कि थाना-5 की पुलिस बच्ची को ले गई है लेकिन जब थाना-5 में संपर्क किया गया तो थाना प्रभारी ने बताया कि उनके थाने की पुलिस द्वारा ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस पर जब थाना-2 के प्रभारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में ऐसा कोई मामला नहीं है। इस पर जब उन्हें बताया गया कि आपके थाने के ए.एस.आई. का कहना है कि बच्ची को थाना-5 की पुलिस ले गई है तो उन्होंने कहा कि वह उनसे पूछकर कुछ बता सकते हैं। इसके आधे घंटे बाद जब थाना प्रभारी से दोबारा संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि सड़कों पर भीख मांगते बच्चों खासकर लड़कियों को कोई असामाजिक तत्व ने ले जाए, इसके लिए चाइल्ड हैल्पलाइन द्वारा कार्रवाई की जा रही है और जिन बच्चों को चाइल्ड हैल्पलाइन द्वारा कहीं से ले जाया जाता है, उन्हेंने गांधी वनिता आश्रम को सौंप दिया जाता है, ताकि बच्चों की सही परवरिश हो सके।
आज की घटी घटना के बारे में उन्होंने बताया कि बच्ची को गांधी वनिता आश्रम सौंप दिया गया है और बच्ची के अभिभावक थाने में आए थे तो उन्हें कल बुधवार को सुबह 10 बजे बच्ची से संबंधित दस्तावेज लाने को कहा गया है। अभिभावक दस्तावेज सौंपते हैं तो बच्ची को अभिभावकों को सौंप दिया जाएगा। दूसरी ओर सूत्रों से पता चला है कि जब ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया गया तो थाने में इस संबंध में पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी।
इस संबंध में समाजसेवी संगठनों का कहना है कि पुलिस और चाइल्ड हैल्पलाइन की यह कार्रवाई अच्छी और सराहनीय है, मगर पुलिस को जिस जगह से किसी बच्चे को ले जाया जाता है वहां आसपास इसकी सूचना जरूर देनी चाहिए। पुलिस द्वारा बच्ची को ले जाए जाने से पूर्व आसपास किसी दुकानदार या आदर्श नगर के प्रधान को जरूरी सूचित किया जाना चाहिए था ताकि पुलिस पर अपहरण जैसे आरोप न लगें।
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