Edited By swetha,Updated: 04 Apr, 2020 08:38 AM
पंजाब कोरोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप के बाद विदेशों से आए एन.आर.आई. सरकार के लिए सिरदर्द, बनते जा रहे है। अभी तक 3 से 4 हजार तक एन.आर.आइज का पता नहीं चल सका है।
चंडीगढ़ः पंजाब कोरोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप के बाद विदेशों से आए एन.आर.आई. सरकार के लिए सिरदर्द, बनते जा रहे है। अभी तक 3 से 4 हजार तक एन.आर.आइज का पता नहीं चल सका है। इनको खोजने के लिए अब सरकार ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। नवंबर के बाद पंजाब में 56 हजार से अधिक एन.आर.आई. आए थे। इनमें से 3 से 4 हजार को छोड़कर सरकार ने सभी की पहचान कर ली है। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी होम सतीश चंद्र ने चेतावनी भी दी थी कि ऐसे लोगों के पासपोर्ट रद्द किए जा सकते हैं।
काफी लोगों ने सरकार की इस चेतावनी के बाद अपनी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में सरकार को बता दिया है, लेकिन अब भी तीन से चार हजार ट्रेस नहीं हो पाए हैं। राज्य सरकार के नोडल अधिकारी राहुल तिवारी ने कहा कि बहुत से पते गलत हैं। वैसे इन लोगों को पंजाब में आए काफी समय हो जाने से खतरा काफी कम हो गया है। फिर भी सरकार कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती। वहीं ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य के 11,769 गांवों सैनिटाइज किया जा चुका है। इसके लिए अब तक छिड़काव में 2,95,040 लीटर दवा का प्रयोग किया गया है। बाजवा ने बताया कि इस मुहिम के तहत फिलहाल हर गांव में तीन-तीन बार छिड़काव करने का प्रोग्राम बनाया जा रहा है। इसे एक सप्ताह में मुकम्मल कर लिया जाएगा। पहला छिड़काव कुछ ही गांवों में रह गया है जिसे शुक्रवार को पूरा कर लिया जाएगा। कई गांवों में दूसरा और तीसरा छिडक़ाव भी कर दिया गया है।