Edited By Vatika,Updated: 21 Oct, 2020 10:42 AM
खालिस्तान समर्थकों द्वारा विगत लंबे समय से हिंदू संगठनों के नेताओं और उनके परिवार सदस्यों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस बाबत यदि हिंदू नेता पुलिस प्रशासन से शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती है।
अमृतसर(कक्कड़): खालिस्तान समर्थकों द्वारा विगत लंबे समय से हिंदू संगठनों के नेताओं और उनके परिवार सदस्यों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस बाबत यदि हिंदू नेता पुलिस प्रशासन से शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती है।
इसे घटनाक्रमम के चलते शिवसेना सूर्यवंशी के राष्ट्रीय चेयरमैन सुनील भसीन को खालिस्तानी योद्धा नाम के व्हाट्सएप मिली धमकी, जिसमें लिखा गया था कि (तैयारी कर ले तुझे भी इसी तरह गोलियां नाल मार देना है जितनी चाहे सिक्योरिटी रख ले, वह और इंसान मारा जाएगा, जो सिख कौम से पंगा लेगा... खालिस्तान जिंदाबाद) सुनील ने बताया कि उसे जो धमकी मिली है, इसका पूरा विवरण उन्होंने डी.जी.पी. पंजाब पुलिस और नगर पुलिस कमिश्नर को मेल के माध्यम सेंड का दिया है। उससे पहले भी कई बार इस प्रकार की धमकियां मिल चुकी हैं, जिसमें कहा गया है कि उसे जान से मार दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि यदि कोई हिंदू नेता खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ बोलता है, जो उनकी गतिविधियों के खिलाफ जनता को जागृत करता है तो उसे इसी प्रकार की धमकियों का सामना करना पड़ता है।
राज्य पुलिस प्रशासन इस विषय को गंभीरता से नहीं ले रही है और यदि कोई अप्रिय घटना घट जाती है तो फिर राज्य पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार की यह बयान बाजी शुरू हो जाती है कि हम इनको तुरंत गिरफ्तार कर लेंगे। यदि खतना करने से पहले ही ऐसे लोग जिनकी सोच खालिस्तान समर्थकों की है और वह खालिस्तान समर्थक हैं, के खिलाफ अभियान शुरू किया जाता है और इनको बेनकाब किया जाता है तो फिर राज्य की अमन-शांति को कोई खतरा नहीं है, लेकिन यदि पुलिस प्रशासन राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरकर किसी अप्रिय घटना होने का इंतजार कर रहे हैं तो वह सरकार और पुलिस प्रशासन की बहुत बड़ी भूल है, जिसका बाद में सुधार नहीं हो सकता।