Edited By Kalash,Updated: 30 Jun, 2024 03:13 PM
भविष्य को बेहतर बनाने के विदेश गए पंजाब के मनदीप कुमार को रूसी सेना जबरन भर्ती किया गया है।
सुल्तानपुर लोधी : भविष्य को बेहतर बनाने के विदेश गए पंजाब के मनदीप कुमार को रूसी सेना जबरन भर्ती किया गया है। रूसी सेना जबरन भर्ती किए गए दिव्यांग मनदीप कुमार ने परिजनों को फोन कर अपना हाल बताया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए गोराया निवासी जगदीप कुमार ने बताया कि उसने अपने भाई मनदीप कुमार को अर्मेनिया भेजा था। इस दौरान ट्रैवल एजैंट ने 1 लाख 80 हजार रुपए लिए थे। इसके बाद उसके भाई व अन्य चार युवकों ने इटली जाने का सोचा और ट्रैवल एजेंट ने उन्हें आर्मेनिया से इटली भेजने के झांसे में फंसा लिया। इसके बाद उन्हें इटली भेजने के जगह रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचा दिया गया। वहां ट्रैवल एजेंटों ने उसके भाई के साथ मारपीट की और उसे धमकाया कि अगर उन्होंने और पैसे नहीं दिए तो मनदीप का हाल और भी बुरा होगा।
जगदीप कुमार ने बताया कि तीन मार्च को उनकी आखिरी बार मनदीप से बात हुई थी। इस वीडियो कॉल के दौरान वह सेना की वर्दी में था। उसने कहा था कि उसे बचा लिया जाए और इसके बाद उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। परिवार ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि रूसी सेना भारतीय लड़कों को जबरन धमका कर सेना में भर्ती कर रही है। इन युवकों को रूस के यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में भेजा जा रहा था। उन्होंने बताया कि मनदीप ने उन्हें बताया था कि उसे भी युद्ध लड़ने के लिए भेजा जा रहा है। उनकी अभी तक मनदीप से कोई बात नहीं हुई है जिस कारण वह चिंता में हैं।
जगदीप ने इस मामले को लेकर संत बलबीर सिंह सीचेवाल से संपर्क किया कि उनके विकलांग भाई मनदीप कुमार को रूसी सेना से मुक्त कराया जाए और भारत वापस लाया जाए। इस मामले को लेकर राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बताया कि वह पत्र लिख यह मामला विदेश मंत्रालय के ध्यान में लाए हैं। उन्होंने आग्रह किया है कि मनदीप सहित अन्य युवक जो जबरन रूसी सेना में भर्ती किए गए हैं उन्हें सुरक्षित भारत वापसी लाने के लिए अहम कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह किसी गलत ट्रैवल एजेंट के झांसे में न आए।
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