Edited By Utsav Singh,Updated: 30 Nov, 2024 05:05 PM
जालंधर में नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण शहर में अवैध निर्माण की समस्या बढ़ती जा रही है। जालंधर नगर निगम के सरकारी बैंक के ठीक सामने पिछले कई महीनों से एक इमारत अवैध रूप से बनाई जा रही है, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने इस पर कोई ठोस...
जालंधर डेस्क ( कुंदन/ पंकज) : जालंधर में नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण शहर में अवैध निर्माण की समस्या बढ़ती जा रही है। जालंधर नगर निगम के सरकारी बैंक के ठीक सामने पिछले कई महीनों से एक इमारत अवैध रूप से बनाई जा रही है, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। यह निर्माण शहर के नियमों और कानूनों का उल्लंघन करते हुए हो रहा है, जिससे नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
नगर निगम की लापरवाही से बढ़ रहे अवैध निर्माण
यह इमारत बिना किसी अनुमति और कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बनाए जा रही है, जिससे न सिर्फ नियमों का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि यह अन्य निर्माणों के लिए भी एक गलत उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। अगर नगर निगम समय पर इस पर ध्यान देता और अवैध निर्माण को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करता, तो न केवल शहर में अवैध निर्माणों पर अंकुश लगता, बल्कि नगर निगम के राजस्व में भी बढ़ोतरी हो सकती थी।
नगर निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए...
अगर नगर निगम इस मुद्दे को गंभीरता से ले और अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्रवाई करें, तो इससे अवैध निर्माणों की संख्या में कमी आएगी और निगम को सख्त नियमों के पालन के कारण राजस्व की वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, इस प्रकार की कार्यवाही से शहर के अन्य हिस्सों में भी अवैध निर्माणों पर रोक लग सकती है, जिससे जालंधर के विकास को दिशा मिल सके।
जालंधर नगर निगम को अवैध निर्माणों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। यदि नगर निगम इस दिशा में ईमानदारी से काम करता है, तो ना केवल शहर के निर्माणों की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि निगम को भी आर्थिक लाभ हो सकता है, जिससे शहर का विकास बेहतर तरीके से हो सके।