Edited By Subhash Kapoor,Updated: 05 Dec, 2024 08:19 PM
वैसे तो सुबह खाली पेट ठंडा पानी पीने के बारे में कई तरह के सुझाव दिए जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं आपको सुबह खाली पेट ठंडे पानी का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इस आदत से कुछ लोगों को फायदों की अपेक्षा नुकसान भी हो सकता है।
पंजाब डैस्क : वैसे तो सुबह खाली पेट ठंडा पानी पीने के बारे में कई तरह के सुझाव दिए जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं आपको सुबह खाली पेट ठंडे पानी का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इस आदत से कुछ लोगों को फायदों की अपेक्षा नुकसान भी हो सकता है। आइए जानें कि खाली पेट ठंडा पानी पीने से क्या गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
पाचन तंत्र को कमजोर करता है
सुबह के समय हमारा पाचन तंत्र धीमी गति से काम करता है। ठंडा पानी पीने से पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे अपच, गैस और सूजन की समस्या हो सकती है। जब हम ठंडा पानी पीते हैं, तो यह पेट की गर्मी को घटा सकता है और एंजाइम्स के काम करने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे भोजन का पाचन धीमा हो जाता है।
ब्लड वेसल्स का सिकुड़ना
ठंडा पानी पीने से शरीर की ब्लड वेसल्स संकुचित हो सकती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में बाधा उत्पन्न होती है। इस कारण से शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति में भी कमी आ सकती है, जिससे थकान, कमजोरी और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
शरीर में तनाव का स्तर बढ़ सकता है
सुबह खाली पेट ठंडा पानी पीने से शरीर को अचानक तापमान में परिवर्तन का सामना करना पड़ता है। इससे स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जो तनाव का कारण बन सकता है। लंबे समय तक इसका पालन करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
कैलोरी बर्न करने की क्षमता कम
जो लोग वजन घटाने के प्रयास में हैं, उन्हें सुबह खाली पेट ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए। ठंडा पानी मेटाबोलिज्म की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है, जिससे कैलोरी बर्न करने की क्षमता कम हो सकती है और वजन घटाने में रुकावट आ सकती है। इसके विपरीत, गुनगुना पानी पीना मेटाबोलिज्म को तेज करता है और वसा को बर्न करने में मदद करता है।
इम्यून सिस्टम पर प्रभाव
ठंडा पानी पीने से शरीर का तापमान कम हो सकता है, जिससे इम्यून सिस्टम की क्षमता प्रभावित होती है। इससे बैक्टीरिया और वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। ठंडे पानी की आदत से गले में खराश, खांसी और संक्रमण की संभावना भी बढ़ सकती है।