Edited By Vatika,Updated: 06 Aug, 2025 09:36 AM

मंगलवार सुबह से ही 100 प्रतिशत बेल मिलने का प्रचार शुरू कर दिया था।
जालंधर (वरुण): एन.आर.आईज़. से करोड़ों रुपयों का फ्रॉड करने के केस में नामजद विकास शर्मा उर्फ चीनू की बेल एप्लीकेशन पर मंगलवार को होने वाली सुनवाई टल गई है। माननीय अदालत ने अब बुधवार को बेल पर सुनवाई करने की तारीख डाली है। बुधवार को क्लीयर हो सकता है कि चीनू को बेल मिलेगी या नहीं। हालांकि चीनू के समर्थकों ने अपनी लॉबी में मंगलवार सुबह से ही 100 प्रतिशत बेल मिलने का प्रचार शुरू कर दिया था।
दरअसल चीनू के समर्थकों को पता है कि उसकी सरकारी विभागों में अच्छी सैटिंग है लेकिन ज्यूडिशरी को भी वह लोग सरकारी विभागों की तरह ही देख रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया कि अब चीनू को जालंधर से ही बेल मिल जाएगी लेकिन यह भी सच है कि ज्यूडिशली में सिर्फ कानून का ही हिसाब ही चलता है। वहीं पुलिस भी चीनू की बेल पर होने वाली सुनवाई का इंतजार कर रही है।
पुलिस खंगालना चाहती है करोड़ों की पर्चियों का राज़
अगर चीनू की बेल रद्द होती है तो पुलिस तुरंत दोबारा से हरकत में आकर विकास शर्मा उर्फ चीनू की गिरफ्तारी के लिए रेड शुरू कर सकती है। दरअसल चीनू द्वारा तैयार की करोड़ों रुपयों की पर्चियों समेत अन्य दस्तावेज कहां कहां से बनाए और उसमें कौन कौन शामिल हैं, उसके बारे पुलिस जानना चाहती है ताकि उक्त लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। हैरान करने वाले बात है कि इस केस में विकास शर्मा उर्फ चीनू समेत उसके बेटे, साले समेत आधा दर्जन के करीब लोग नामजद हैं लेकिन अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पीड़ित एन.आर.आईज़. पुलिस की इस कारवाई से खफा है लेकिन उन्हें अब ज्यूडिशरी पर ही भरोसा बचा हुआ है।
बंद पड़े छोटे बैंक वाले साथ मिल कर फ्रेंडली लोन देकर एक साल में डबल किए पैसे: सूत्र
भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो चीनू ने अपने कथित तौर पर बैंक मालिक दोस्त के साथ मिल कर एक साल में डबल पैसे वसूले। दरअसल चीनू ने एक छोटे बैंक का लाइसेंस ले रखा था जो अब बंद हो चुका है लेकिन जब बैंक खुला था तो उसमें ज्यादातर इंवेस्टमेंट चीनू की होती थाी। इसके अलावा कुछ सरकारी अधिकारियों की काली कमाई भी चीनू के माध्यम से बैंक में की जाती थी। उक्त लोग फिर फ्रेंडली लोन देते थे। उनकी शर्त होती थी कि अगर कोई उनसे 30 लाख रुपए लोन लेता है तो उसे 60 लाख रुपए एक साल के भीतर वापिस करने होंगे। अगर कोई लोन नहीं उतार पाता था उक्त लोग उनके खिलाफ कोर्ट में केस लगाते थे। बताया जा रहा है कि बंद पड़े बैंक के मालिक ने 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ जालंधर कोर्ट में केस लगा रखे हैं।a