Edited By Subhash Kapoor,Updated: 02 Aug, 2025 08:16 PM

इस हफ्ते भारत में गोल्ड की मांग बढ़ी है, जिसका सबसे बड़ा कारण सोने की कीमतों में नरमी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें एक महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ी है। यह लगातार तीसरा हफ्ता है जब कीमतों में...
पंजाब डैस्क : इस हफ्ते भारत में गोल्ड की मांग बढ़ी है, जिसका सबसे बड़ा कारण सोने की कीमतों में नरमी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें एक महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ी है। यह लगातार तीसरा हफ्ता है जब कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
पिछले हफ्ते 1 लाख के पार, अब 97,700 रुपये
1 अगस्त को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 97,700 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, जबकि पिछले हफ्ते यह कीमत 1,00,555 रुपये तक पहुंच गई थी।
एक ज्वेलर के अनुसार, इस हफ्ते ग्राहकों की संख्या में इजाफा हुआ है। लोग केवल कीमत ही नहीं पूछ रहे, बल्कि छोटे स्तर पर खरीदारी भी कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट के चलते डीलर भी स्टॉक भरने में लगे हुए हैं। हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी के कारण गिरावट का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं मिल पा रहा। वहीं वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) का अनुमान है कि भारत में सोने की खपत 2025 में पिछले 5 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच सकती है। इसका कारण है ऊंची कीमतें, जिन्होंने आभूषणों की खरीद को प्रभावित किया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, पोर्टफोलियो में थोड़ी मात्रा में सोना जरूर होना चाहिए, क्योंकि यह जोखिम भरे समय में सुरक्षा प्रदान करता है। 2025 की पहली छमाही में सोने ने लगभग 26% का रिटर्न दिया है, जो स्टॉक मार्केट से काफी बेहतर है। हालांकि, कीमतें अभी और नरम हो सकती हैं, इसलिए यह खरीदने का अच्छा मौका हो सकता है।