Edited By swetha,Updated: 02 Nov, 2019 08:25 AM
सिरसा के इशारे पर वाघा बार्डर पर रोक कर केन्द्र सरकार ने तानाशाही का सबूत दिया
जालंधर: गुरुद्वारा 9वीं पातशाही दुख निवारण साहिब गुरु तेग बहादुर नगर जालंधर की प्रबंधक कमेटी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने ननकाना साहिब जा रहे नगर कीर्तन के प्रबंधक परमजीत सिंह सरना को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिन्द्र सिंह सिरसा के इशारे पर वाघा बार्डर पर रोक कर तानाशाही का सबूत दिया है। परमजीत सिंह सरना पिछले कई सालों से पाकिस्तान स्थित गुरुधामों में सेवा के लिए जाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि परमजीत सिंह सरना को पूर्व में पाकिस्तान जाने से क्यों नहीं रोका गया, आज जब वह समूह संगत के साथ श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के मौके पर ननकाना साहिब जा रहे थे, तब उन्हें रोकने की कोशिश क्यों की। गुरुद्वारा साहिब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रधान जगजीत सिंह गाबा ने कहा कि एक सोची-समझी साजिश के तहत नगर कीर्तन के अक्स को खराब करने की कोशिश की गई है।
उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने ननकाना साहिब जाने वाले नगर कीर्तन संबंधी सहयोग करने के आदेश जारी किए थे लेकिन दिल्ली कमेटी ने सहयोग करने की बजाय इस नगर कीर्तन में रुकावटें खड़ी करने के प्रयास जारी रखे। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से कहा कि नगर कीर्तन के प्रबंधक परमजीत सिंह सरना को रोकने की जो घिनौनी हरकत हुई है, की भारत सरकार को जांच करवानी चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा करतारपुर साहिब जाने के लिए पासपोर्ट की शर्त खत्म करने के किए फैसले का स्वागत किया है।
इस मौके पर महासचिव कंवलजीत सिंह, मनजीत सिंह ठुकराल, कंवलजीत सिंह टोनी, परमजीत सिंह कानपुरी, भुपिन्द्र सिंह ङ्क्षभदा, परमजीत सिंह भलवान, रविन्द्रजीत सिंह खुराना, कुलविन्द्र सिंह मल्ली, देवेन्द्र सिंह आनंद, जोगिन्द्र सिंह लायलपुरी, हरदीप सिंह लाडी, सुखदेव सिंह गांधी व मैनेजर सुरजीत सिंह मौजूद थे।