Edited By Vatika,Updated: 21 Nov, 2024 04:18 PM
उन्होंने कहा कि बचपन बच्चों के विकास का समय होता है, इसलिए अपने बच्चों का बाल विवाह न करें।
चंडीगढ़: सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर को सूचना मिली कि रूपनगर में एक परिवार द्वारा नाबालिग लड़के की शादी करवाई जा रही है। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच करने और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि बाल विवाह विरोधी कानून के उल्लंघन से संबंधित जानकारी चाइल्डलाइन के माध्यम से प्राप्त हुई थी। इसमें कहा गया कि गांव आसपुर कोटा, जिला रूपनगर में 17 वर्षीय नाबालिग लड़के की शादी की जा रही है। कैबिनेट मंत्री के निर्देश पर जिला बाल सुरक्षा इकाई रूपनगर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बाल विवाह रोकथाम अधिकारी के साथ मिलकर हस्तक्षेप किया। डीसीपीयू और डीएमपीओ की टीम ने गांव आसपुर कोटा के पंचायत सदस्यों, शादी वाले लड़के और लड़की के परिवारों और विवाह स्थल के मालिक को शामिल करते हुए शादी की तैयारियों को रुकवा दिया। मौके पर दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए गए। टीम ने लड़के और लड़की को समझाया, जिसके बाद परिवार ने आश्वासन दिया कि लड़का अगले दिन से स्कूल जाएगा।
इस दौरान डॉ. बलजीत कौर ने बच्चों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे बाल विवाह से संबंधित घटनाओं की सूचना जिला अधिकारियों को तुरंत दें। उन्होंने माता-पिता से कहा कि बाल विवाह समाज के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि बचपन बच्चों के विकास का समय होता है, इसलिए अपने बच्चों का बाल विवाह न करें।