Edited By Vatika,Updated: 14 Dec, 2020 11:46 AM
सिविल अस्पताल अपने कारनामों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहता है।
लुधियाना (राज): सिविल अस्पताल अपने कारनामों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहता है। इलाज करवाने आए मरीज़ों का अक्सर आरोप होता है कि यहां डाक्टर और स्टाफ लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं। इस दौरान सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड सैंटर की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जब डिलीवर के ऑप्रेशन दौरान डाक्टर ने एक महिला के पेट में तौलिया ही छोड़ दिया। दर्द होने पर उसका सही ढंग से चैकअप करने की बजाय स्टाफ ने उल्टा गैस का दर्द कह कर सिर्फ दर्द का टीका लगा दिया। जब पीडित परिवार ने प्राइवेट अस्पताल में चैकअप करवाया तो लापरवाही सामने आई। इस बारे में महिला के पति ने एस.एम.ओ. और सिविल अस्पताल की चौंकी पुलिस को शिकायत दी है।
अरविंद्र सिंह ने बताया कि वह मज़दूरी का काम करता है। उसकी पत्नी आशा कौर गर्भवती थी व उसका इलाज सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड सैंटर से चल रहा था। उसने पत्नी को 7 दिसंबर को अस्पताल में दाख़िल करवाया था। पहले तो डाक्टर कहने लगे कि नार्मल ही डिलीवरी हो जाएगी परन्तु अगले दिन कहने लगे कि बड़ा आप्रेशन करना पड़ेगा। 8 दिसंबर को डाक्टरों ने उसकी पत्नी का ऑप्रेशन किया तो उसकी पत्नी को बेटा पैदा हुआ, मगर उसकी दिन शाम को उसकी पत्नी के पेट में सूजन आ गई और दर्द होने लगा। उन्होंने स्टाफ को कहा भी कि उसकी पत्नी के पेट में दर्द है तो स्टाफ ने कहा कि अक्सर गैस के कारण दर्द होता है। स्टाफ ने उनसे दर्द का टीका मंगवाया और लगा दिया। टीके का प्रभाव रहने तक उसकी पत्नी ठीक रही लेकिन फिर दर्द शुरू हो गया।
जब उसकी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी तो डाक्टर उसे पटियाला स्थित राजिंद्रा अस्पताल रैफर करन लगे था परन्तु उन्हों ने वहां जाने से इंकार कर दिया। उन्होंने प्राईवेट अस्पताल रैफर करन के लिए कहा लेकिन डाक्टरों ने बाहर रैफर करने से मना कर दिया था, जब उन्होंने अपने रिस्क पर ले जाने को लिख कर दिया तो उन्होंने जाने दिया। अरविन्दर सिंह का कहना है कि वह पत्नी आशा कौर को 11 दिसंबर को सी. एम. सी. अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसकी स्कैन और अल्ट्रा साउंड किया, जिससे लगा कि पेट अंदर कुछ है। इस के बाद 12 दिसंबर दोपहर को डाक्टरों ने फिर आपरेशन किया। उस दौरान उसकी पत्नी के पेट में से डेढ़ फुट लंबा तौलिया निकला, जो कि सिविल अस्पताल के डाक्टरों ने आप्रेशन दौरान उसकी पत्नी के पेट में छोड़ दिया था। जिस कारण उसके पेट में इंफैक्शन हो गई, अब उसकी पत्नी और पुत्र सी.एम. सी. अस्पताल में दाख़िल है।