Edited By swetha,Updated: 05 Sep, 2019 02:34 PM
बुधवार दोपहर 3.40 बजे गुरू तेग बहादुर कालोनी के रिहायशी इलाके में स्थित 22 साल पुरानी नजायज पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके में 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
बटाला: बुधवार दोपहर 3.40 बजे गुरू तेग बहादुर कालोनी के रिहायशी इलाके में स्थित 22 साल पुरानी नजायज पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके में 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। यहां पर 10 हजार से अधिक लोग रहते हैं। धमाका इतना जबरदस्त था कि लाशें कई मीटर दूर सड़क और नाले में जा गिरीं। इस धमाके से 500 मीटर तक का इलाका दहल गया।
वहीं 50 गज की दूरी पर सेंट फ्रांसिस स्कूल भी है, जिसमें 3300 बच्चे पड़ते हैं। इस स्कूल में आधा घंटा पहले ही छुट्टी हो गई थी और करीब 1500 बच्चे घर चले गए थे। अगर छुट्टी न हुई होती तो सोचिए कि कितना बड़ा हादसा हो सकता था।
बता दें कि जनवरी 2017 में भी इस फैक्टरी में धमाका हुआ था, जिसमें दो कारीगर घायल हुए थे। उस समय भी लोगों ने रिहायशी इलाके में फैक्टरी होने का विरोध जताया था और शिकायत दर्ज की थी। यदि उस समय प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की जाती तो शायद इतना बड़ा हादसा न होता।