Edited By Urmila,Updated: 22 Jul, 2024 02:21 PM
गत दिनों बटाला के बस स्टैंड के समीप स्थित एक आइलैट्स सैंटर पर फायरिंग करने वाले 2 और युवकों को बटाला पुलिस ने 2 कारों, एक पिस्टल और 2 जिंदा राऊंद सहित गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
बटाला : गत दिनों बटाला के बस स्टैंड के समीप स्थित एक आइलैट्स सैंटर पर फायरिंग करने वाले 2 और युवकों को बटाला पुलिस ने 2 कारों, एक पिस्टल और 2 जिंदा राऊंद सहित गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस संबंधी एस.एस.पी. अश्विनी गोटियाल ने बताया कि 8 जुलाई को बटाला के बस स्टैंड के समीप स्थित ग्लोबल विलेज इमीग्रेशन सैंटर पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोलियां चलाई गई थी जिसके संबंध में पुलिस द्वारा मनजिन्द्र सिंह पुत्र गुरबख्श सिंह निवासी बल मोटर्स जालंधर रोड बटाला के बयानों पर विभिन्न धाराओं के तहत थाना सिटी में केस दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच हेतु उनके द्वारा थाना सिटी के एस.एच.ओ. जसजीत सिंह और सी.आई.ए. स्टाफ बटाला की टीमों का गठन किया था। उक्त टीमों द्वारा इस वारदात को ट्रेस करने हेतु संयुक्त तौर पर ऑप्रेशन चलाया गया।
पुलिस ने जांच दौरान इस मामले में महकदीप सिंह पुत्र अमनजीत सिंह निवासी हरीके पत्तन जिला तरनतारण को नामजद कर उसको 17 जुलाई को गिरफ्तार किया। उक्त व्यक्ति ने पूछताछ दौरान पुलिस को बताया कि उसने 8 जुलाई को ग्लोबल विलेज इमीग्रेशन सैंटर बटाला पर गोलियां चलाई थी और इस वारदात में जगदीश सिंह पुत्र सुखवंत सिंह निवासी हरीके पत्तन व पारस दियोल पुत्र खुशवंत सिंह निवासी अमृतसर उसके साथ थे जिसके बाद पुलिस ने जगदीश सिंह और पारस दियोल को भी गिरफ्तार कर लिया।
एस.एस.पी. ने कहा कि पुलिस ने पकड़े गए युवकों से वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्तौल, 2 राऊंद, एक खोल और 2 कारें बरामद की हैं। जांच दौरान यह बात सामने आई है कि उक्त तीनों युवकों ने अपने एक साथी जोकि विदेश में रहता है, उसके कहने पर इमीग्रेशन सैंटर पर गोलियां चलाई थी। फिलहाल पुलिस ने तीनों युवकों को अदालत में पेश कर उनका रिमांड हासिल किया है और मामले की जांच की जा रही है। इस मौके पर एस.पी. रमनिन्द्र सिंह, एस.एच.ओ. सिटी जसजीत सिंह, इंस्पैक्टर हरमीक सिंह, इंस्पैक्टर अनिल पवार व अन्य उपस्थित थे।
पुलिस ने सीरियल रेपिस्ट को पकड़ने के लिए सेक्टर-17 थाना पुलिस और जिला क्राइम सेल की 25 टीमें बनाई थीं। करीब 2 महीने की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। जांच में पता चला कि आरोपी इतना शातिर था कि वह कैमरों से बचने के लिए साइकिल ट्रैक पर एक्टिवा चलाता था। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी वारदात के वक्त अपना मोबाइल घर ही छोड़ देता था। वारदात के वक्त आरोपी एक्टिवा की नंबर प्लेट पर टेप चिपका देता था।
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