Edited By swetha,Updated: 01 Apr, 2020 11:53 AM
भारत में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू व 23 को लॉकडाउन के चलते जहां पूरा हिंदुस्तान बंद हो गया।
गुरदासपुरः भारत में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू व 23 को लॉकडाउन के चलते जहां पूरा हिंदुस्तान बंद हो गया। वहीं दूसरे शहरों में काम करने वाले लोगों ने भी अपने घरों की तरफ पलायन करना शुरू कर दिया है। इन लोगों को सबसे बड़ी समस्या खाने पीने की आ रही है। इसके चलते स्थानीय सरकारों व प्रशासन द्वारा इन लोगों को उनके घरों में वापस भेजा जा रहा है। मंगलवार सुबह 5 बजे जिला गुरदासपुर व पठानकोट के 11 ट्रक ड्राइवर गुजरात-पंजाब बार्डर से बार्डर पुलिस गुरदासपुर लेकर पहुंची।
जहां उनका मेडिकल करवाने के बाद उन्हें स्थानीय पुलिस के हवाले कर घर पहुंचाया गया।इनमें गांव मलिल्यां (दीनानगर) निवासी राजिन्दर कुमार, दीनानगर निवासी मोहित कुमार, दोरांगला निवासी राजिन्दर कुमार, कोट मोहन लाल निवासी नवदीप सिंह, तलवंडी बाजवा निवासी जसबीर सिंह, सुलतानी निवासी सुभाष चन्द्र, सुलतानी निवासी अवतार सिंह व फरीदपुर निवासी दविन्दर सिंह शामिल हैं।
गुजरात से लौटे गांव कोट मोहन लाल निवासी नवदीप सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उन्हें घरों में बंद कर दिया गया। कुछ दिन तो खाने पीने का सामान मिलता रहा लेकिन बाद में वो भी बंद हो गया। इसके चलते उनको वहां रहने में दिक्कत आ रही थी। हमारे आस पास पंजाब के करीब 50 ट्रक ड्राइवर थे, जिन्होंने घर वापसी के लिए वहां के प्रशासन से मांग की। इसके चलते वहां के प्रशासन ने हमें घर जाने की आज्ञा दी और गुजरात पुलिस हमें पंजाब बार्डर पर छोड़ गई। वहां बार्डर पर हमारा मेडिकल किया गया। पुलिस के जवान हमें बस में लेकर मंगलवार सुबह सिविल अस्पताल पहुंचे और हमारा मेडिकल करवाया। इसके बाद उन्होंने हमें गुरदासपुर पुलिस के हवाले कर घर पहुंचाया।