Edited By Sunita sarangal,Updated: 17 Sep, 2019 09:33 AM
रिजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी कार्यालय में एजैंटों की भारी भरमार देखने को मिल रही है जिसमें ज्यादातर एजैंट सरेआम अपने काम निकलवाने के लिए दफ्तरों के सरकारी रिकॉर्ड और कंप्यूटर प्रणाली से छेड़छाड़ करते देखे गए हैं।
लुधियाना(राम): रिजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी कार्यालय में एजैंटों की भारी भरमार देखने को मिल रही है जिसमें ज्यादातर एजैंट सरेआम अपने काम निकलवाने के लिए दफ्तरों के सरकारी रिकॉर्ड और कंप्यूटर प्रणाली से छेड़छाड़ करते देखे गए हैं। लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है, क्योंकि उच्चाधिकारियों के आदेशों को नजर अंदाज करके यह गुप-चुप तौर पर अपने कार्य करवाने में कामयाब हो जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला आर.टी.ए. कार्यालय में बने स्मार्ट चिप कंपनी के कार्यालय में देखने को मिला जिसमें एक एजैंट कंप्यूटर सिस्टम पर बैठकर रिकॉर्ड को चैक कर रहा था, और दूसरे एजैंट के हाथ में ढेरों आरसियां दिख रही हैं लेकिन विभाग के अधिकारी उन्हें रोकने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं। ज्ञात रहे कि जब आर.टी.ए. दमनजीत सिंह मान ने अपना पदभार संभाला था तो उस समय उन्होंने 2 एजैंटों को पकड़कर पुलिस के हवाले भी किया था और बाद में एजैंट वहां से तितर-भितर हो गए थे। परंतु राजनीतिज्ञों की सिफारिश के बाद पुलिस द्वारा उन पकड़े गए एजैंटो को छोड़ दिया था।
क्या कहना है स्मार्ट चिप कंपनी के इंचार्ज का
स्मार्ट चिप कंपनी के इंचार्ज इकबाल बेदी ने कहा कि मेरा पिछले दिनों एक्सीडेंट हुआ था जिस कारण मैं अपने कार्यालय में नहीं आ पाया और मेरे पीछे से कोई अंदर आकर बैठ गया होगा तो उसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने कर्मचारियों को पूर्ण तौर पर हिदायत दे रखी है कि कोई भी प्राइवेट लोग (एजैंट) किसी भी कंप्यूटर और दस्तावेजों को नहीं छेड़ सकता अगर कोई ऐसा करता पाया गया तो उसके विरुद्ध ठोस विभागीय कार्रवाई करवाई जाएगी।