Edited By Sunita sarangal,Updated: 21 Jan, 2020 08:22 AM
अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान शहर की 65 हजार स्ट्रीट लाइटों को उतार कर उनके स्थान पर नई एल.ई.डी. लाइटें लगाने का कांट्रैक्ट कांग्रेस सरकार ने घोटाला बता कर रद्द कर दिया था,
जालंधर(खुराना): अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान शहर की 65 हजार स्ट्रीट लाइटों को उतार कर उनके स्थान पर नई एल.ई.डी. लाइटें लगाने का कांट्रैक्ट कांग्रेस सरकार ने घोटाला बता कर रद्द कर दिया था, जिसके बाद से अब तक करीब आधा शहर अंधेरे में डूबा हुआ है जिसके कारण कांग्रेस पार्टी की खूब बदनामी हो रही थी। इस बदनामी से बचने हेतु नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के तहत आए पैसों से यह काम करवाने का फैसला किया।
इसके टैंडर 21 जनवरी को खुलने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि अगर टैंडर पास हो गए तो फरवरी महीने से शहर में नई एल.ई.डी. लाइटें लगाने का काम शुरू हो सकता है।
49 करोड़ का है टैंडर
अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान शुरू हुए प्रोजैक्ट में जहां 65 हजार लाइटें प्राइवेट कम्पनी ने लगानी थीं और निगम का कोई पैसा खर्च नहीं होना था, बल्कि उसे बिजली के बिल में भी बचत का कुछ प्रतिशत मिलना था, वहीं दूसरी ओर अब बने प्रोजैक्ट के तहत स्मार्ट सिटी कम्पनी को 49 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे, जिससे 75 हजार पुरानी लाइटों को बदला जाएगा। इनमें उन 12 गांवों की लाइटें भी शामिल हैं जिन्हें कुछ समय पहले नगर निगम की सीमा में शामिल किया गया था।