Edited By Sunita sarangal,Updated: 19 Jan, 2020 02:27 PM
बशीरपुरा रेलवे फाटक के नजदीक स्थित रेलवे के कंडम क्वार्टर नशेड़ियों की शरण स्थली बने हुए थे।
जालंधर(गुलशन): बशीरपुरा रेलवे फाटक के नजदीक स्थित रेलवे के कंडम क्वार्टर नशेड़ियों की शरण स्थली बने हुए थे। पुलिस को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि इन बंद पड़े क्वार्टरों के अंदर नशेड़ी किस्म के लोग सरेआम नशा करते और इंजैक्शन लगाते हैं। इनके अलावा कुछ अवैध शराब तस्कर भी इन क्वार्टरों का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि यह उनके लिए काफी सेफ जगह थी।
शिकायत मिलने के बाद नॉर्दर्न रेलवे के जी.एम. टी.पी. सिंह ने इन क्वार्टरों को तोड़ने के आदेश दिए, जिसके बाद रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा बशीरपुरा फाटक के नजदीक रेलवे के 14 कंडम क्वार्टरों को डिच मशीन से तोड़ दिया गया। इंजीनियरिंग विभाग के आई.ओ.डब्ल्यू. एम.पी. सिंह ने कहा कि शीघ्र ही अन्य कंडम क्वार्टर भी तोड़ दिए जाएंगे।
रेलवे कॉलोनियों को खत्म करने की योजना
रेलवे विभाग द्वारा अब रेलवे कालोनियों को खत्म करने की योजना बनाई जा रही है। कंडम हो चुके क्वार्टरों को नए सिरे से बनाने में करोड़ों रुपए की लागत आएगी। इसलिए रेलवे केवल उन अधिकारियों व कर्मचारियों को क्वार्टर/कोठी उपलब्ध कराएगी, जिनका स्टेशन के आसपास रहना जरूरी है, बाकी कर्मचारियों को दूसरी जगह रहने या अपना मकान बनाने के लिए मोटीवेट किया जाएगा।
रेलवे के अधिकतर क्वार्टरों की हालत खस्ता
रेलवे कालोनी के ज्यादातर रेलवे क्वार्टरों की हालत खस्ता हो चुकी है। क्वार्टर की हालत अत्यंत खस्ता होने के कारण उनकी रिपेयर होनी भी मुश्किल है, जिस कारण कर्मचारी रेलवे क्वार्टरों की बजाए प्राइवेट स्थानों पर रहने को पहल दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ रेलवे क्वार्टर का किराया भी काफी ज्यादा है। कुछ रेलवे मुलाजिमों ने तो रेलवे स्टेशन के नजदीक पड़ते इलाकों बशीरपुरा, कमल विहार, ठाकुर सिंह कालोनी, गुरु नानक पुरा आदि क्षेत्रों में अपने मकान भी बना लिए हैं।