Edited By Mohit,Updated: 05 Nov, 2020 08:23 PM
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार को जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब सरकार द्वारा यह आश्वासन............
नई दिल्ली (सुनील पाण्डेय): रेल मंत्रालय पंजाब में फिर से ट्रेन सेवा बहाल करने जा रहा है। इसकी कवायद शुरू हो गई है। वीरवार को दिनभर चली हाईलेवल बैठकों के बाद देर शाम रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने दावा किया कि भारतीय रेलवे बहुत जल्द पंजाब की सभी ट्रेनों को बहाल कर देगा। अब तक 14 जगहों से धरना प्रदर्शन हटा लिया गया है और शुक्रवार सुबह तक संभावना जताई गई है कि सभी जगहों से धरना प्रदर्शन हट जाएंगे। रेलवे की तकनीकी टीम रातभर खाली हो चुके रेलवे पटरियों, स्टेशनों का मेंटीनेंस करेगा। सभी जगहों से ब्लाक हटते ही रेलवे तुरंत ट्रेन शुरू कर देगा। रेलवे पूरी तरह से तैयार है और अवरोध के हटने का इंतजार कर रहा है।
बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि पंजाब में कोयला सहित अन्य सामान लेकर जाने के लिए कई मालगाडिय़ां पंजाब के बाहर जगह-जगह खड़ी हैं। इसमें कोयला के रैक भी हैं। रास्ता क्लीयर होते ही सभी यात्री ट्रेनें एवं मालगाड़ियां दौड़ने लगेंगी। सूत्रों की माने तो भारतीय रेलवे अपनी तैयारी शुरू कर दी है और अगले 24 घंटे में सभी रेलगाड़ियां पटरी पर फर्राटा भरने लगेंगी। पंजाब के मुख्य सचिव ने बुधवार की रात रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को फेान कर सभी तरह से मदद का भरोसा दिया है। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक अरूण कुमार की अगुवाई में टीम बनाई। डीजी मैदान में उतरे और हालात का जायजा लेते हुए पंजाब के डीजीपी से हर मुद्दों पर बातचीत की। इसके बाद हालात सुधरने के संकेत मिले हैं। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर हर संभव मदद का भरोसा दिया है। सूत्रों की माने तो रेलवे की ओर से सिर्फ दो शर्ते रखी गई हैं। पहला यात्रियों की सुरक्षा की गारंटी एवं दूसरा रेलवे ट्रैक पर दोबारा धरना प्रदर्शन नहीं होना चाहिए।
त्योहारों पर घर जाने के लिए सैंकड़ों यात्रियों ने कराया है रिजर्वेशन
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने दावा किया कि त्योहारी सीजन में पंजाब के सैकड़ों लोगों ने दो महीने पहले से रिजर्वेशन करवा रखा है। कुछ कितने यात्री हैं, उनकी समीक्षा की जा रही है। रेलवे को भी ट्रेनों के बंद होने से करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही पंजाब के जरिए जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचल की ओर ट्रेनों के जरिए होने वाला आदान प्रदान भी ठप्प पड़ा है। उन्होंने कहा कि पंजाब क्षेत्र में किसानों ने 24 सितंबर को रेल पटरियों और स्टेशनों को बाधित करना शुरू किया था। 1 अक्टूबर, 2020 के बाद यह आंदोलन पूरे पंजाब में फैल गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने 22 अक्टूबर से मालगाड़ियों की सशर्त आवाजाही को अनुमति दी, लेकिन इसके 2 दिन बाद संचालन और सुरक्षा कारणों से इसे फिर रद्द करना पड़ा।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बुलाई भाजपा-कांग्रेस सांसदों की बैठक
पंजाब में किसानों के आंदोलन के चलते बंद पड़ी रेल सेवा को बहाल करने के लिए रेलमंत्री पीयूष गोयल ने दोपहर को पंजाब भाजपा के नेताओं एवं कांग्रेस के सांसदों की बैठक बुलाई। बैठक में किसान बिल सहित कर मुददों पर गहन चर्चा हुई। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ की अगुवाई में गए दल ने एक पत्र भी सौंपा जिसमें सभी ज्वलंत बातों का उल्लेख था। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी सहित कई नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद बाहर निकले तरूण चुघ ने कहा कि पंजाब सरकार जैसे ही रेलवे ट्रैक खाली करवा देगी, रेल मंत्रालय एक घंटे में ट्रेन चला देगा। उन्होंने पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री किसानों की आड़ में राजनीति कर रहे हैं, नतीजन पंजाब 10 साल पीछे खिसकता चला जा रहा है।
कांग्रेस सांसदों में दिखा मतभेद, रवनीत बिटटू ने किया बैठक का बायकाट
पंजाब के मुद्दे पर रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ हुई बैठक में कांग्रेस के सांसदों का आपस में ही मतभेद नजर आया। बैठक में लुधियाना के कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिटटू के साथ 8 सांसद पहुंचे। बैठक में उनकी बात ना माने जाने पर वह नाराज हो गए और बैठक का बायकाट कर बाहर निकल आए। जबकि उनके दूसरे साथी मीटिँग में बैठे रहे। इसके अलावा दो सांसद प्रताप सिंह बाजवा एवं पूर्व अध्यक्ष शमसेर सिंह दूलो मीटिंग खत्म होने के बाद अलग से जाकर पीयूष गोयल से मिले। रवनीत बिटटू ने बाहर आकर केंद्र सरकार, रेल मंत्रालय एवं भाजपा पर जमकर भड़ास निकाली, जबकि बाजवा रेलमंत्री की मुलाकात को सकारात्मक पहल बताया। साथ ही कहा कि वह जल्द पंजाब के मुख्यमंत्री से बातकर मसले का हाल निकवाएंगे।