Edited By Mohit,Updated: 19 Jan, 2020 05:50 PM
शहर की हजारों मां बहन बेटियों ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सी.ए.ए के नाम से............
लुधियाना (सलूजा): शहर की हजारों मां बहन बेटियों ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सी.ए.ए के नाम से बनाए गए काले कानून के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और बराऊन रोड, सुभानी बिल्डिंग, शाहपुर रोड से होते हुए ऐतिहासिक जामा मस्जिद तक पैदल रोष मार्च निकाला। मंच का संचालन नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने किया। इस अवसर पर मंच पर पंजाब यूनवर्सिटी चंडीगढ़ की छात्र नेता कनूप्रिया, सरदारनी नवदीप कौर, सहित मुस्लिम सिख ईसाई, दलित समाज की बहनें विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई। मंच से रहनुमा खातून ने फैज अहमद फैज की नजम हम देखेंगे, पढ़ी और नसरीन सुल्ताना ने अपनी मात्र भाषा पंजाबी में केंद्र सरकार की गलत नीतियों पर जम के प्रहार किया। हलीमा अंसारी और गुल अफशा ने कविता यह देश हमारा है प्रस्तुत की।
हजारों महिलाओं ने हाथों में सी.ए.ए. और एन.आर.सी के खिलाफ प्ले बोर्ड उठाए हुए थे, प्ले बोर्डो पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में हैं भाई-भाई और इक भारत अटूट भारत, प्यारा भारत जैसे सदभावना के संदेश भी लिखे नजर आए। इस अवसर पर कनू प्रिया ने कहा कि भारत की एकता और अखंडता को फिरका परसत ताकते तोडऩा चाहती हैं। उन्होंने कहा कि देश की मां बहने और बेटियां केंद्र की मोदी सरकार के नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा, मकान का वायदा करने वाले आज देश में अपनी ही जनता से नागरिकता का प्रमाण मांग रहे हैं। लुधियाना में आज पहली बार महिलाओं द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में मोदी सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारे बाजी हुई।
करीब तीन घंटे तक विरोध रैली बराऊन रोड, सुभानी बिल्डिंग, शाहपुर रोड से होते हुए जामा मस्जिद तक रोष मार्च निकाला और फिर शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी को अपने खून से लिखा अहद नामा (शपथपत्र) पेश किया। अहद नामा में सभी मां बहनों और बेटियों ने लिखा कि वह अपने खून के आखरी कतरे तक संविधान को तोडऩे कि साजि़श के तहत बनाए गए काले कानून के खिलाफ विरोध करती रहेंगी। भारत देश की जंगे आज़ादी में हम सब साथ थीं और कोई भी ताकत हमारा भाईचारा जो अनेकता में एकता का प्रतीक है को तोड़ नहीं सकता। शरणार्थी हमारे भाई बहन हैं लेकिन धर्म के आधार पर नहीं इंसानियत और भारतीयता के आधार पर। सरकार शरणार्थियों की आड लेकर देश में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास कर रही है उसे कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा।