Edited By Vatika,Updated: 19 Jul, 2021 09:53 AM

सिद्धू की ताजपोशी से पहले रविवार को पंजाब में दिनभर शक्ति प्रदर्शन का दौर चलता रहा।
चंडीगढ़ (अश्वनी कुमार): सिद्धू की ताजपोशी से पहले रविवार को पंजाब में दिनभर शक्ति प्रदर्शन का दौर चलता रहा। रविवार को एक तरफ पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला, खन्ना से जालंधर तक विधायकों के घर जाकर मुलाकात की तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के समर्थन में करीब 10 विधायकों ने भी खुलकर मोर्चा खोल दिया। लेकिन रात को सिद्धू के पंजाब कांग्रेस प्रधान बनने की घोषणा के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। समर्थकों ने ढोल की थाप पर भंगड़े डाले व खुशी में एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाकर मिठाइयां बांटीं।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर तैनाती को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदेश में खासी कशमकश चल रही थी। नाम की घोषणा में हो रही देरी के कारण पार्टी में खींचतान इस कदर चरम पर पहुंच गई थी कि खेमों में बंटे कांग्रेसी एक तरफ वार तो दूसरी तरफ पलटवार कर रहे थे। रविवार को भी पूरा दिन खींचतान का माहौल रहा। सिद्धू की ताजपोशी के साथ ही पंजाब में सियासी हवा बदल गई है। पंजाब कांग्रेस में अंदरखाते ङ्क्षहदू व दलित वर्ग को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अश्वनी सेखड़ी ने तो खुलेआम हिंदू लीडरशिप की अनदेखी का सवाल उठाया था। वहीं, राज्यसभा सांसद सहित दलित नेता दलित वर्ग के प्रतिनिधित्व को लेकर समय-समय पर बात रखते रहे हैं।
सिद्धू को इस अंदाज में मिली शुभकामनाएं
- पंजाब दा कैप्टन, हाॢदक शुभकामनाएं, दीपक भाटी, राष्ट्रीय महासचिव, यूथ कांग्रेस
- पंजाब की आवाज को शुभकामनाएं, बी.वी. श्रीनिवास, राष्ट्रीय अध्यक्ष, यूथ कांग्रेस
- पंजाब के पुनरुत्थान की यात्रा शुरू, गौतम सेठ, राष्ट्रीय प्रवक्ता, यूथ कांग्रेस
- आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पंजाब कांग्रेस को शुभकामनाएं, मोहन मरकम, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कांग्रेस