Edited By Vatika,Updated: 12 May, 2022 01:44 PM

मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पंजाब में भी दिल्ली जैसे एजुकेशन मॉडल को शुरू करने के बड़े-बड़े
जालंधरः मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पंजाब में भी दिल्ली जैसे एजुकेशन मॉडल को शुरू करने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे है लेकिन इसी बीच सरकारी स्कूलों से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, यहां के स्कूलों का पानी बच्चों की सेहत के लिए काफी खतरनाक है, जिसका खुलासा खरड़ लैब में हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले के अलग-अलग एरिया से 41 पानी के सैंपलों को भरा गया था, जिनमें से 23 पूरी तरफ फेल साबित हुए है। इन सैंप्लस में बैक्टीरियल इंफेक्शन मिली है, जो बच्चों के पीने लायक नहीं है। बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण फेल होने वाले सैंपलों में 13 सरकारी स्कूल है, जिनमें प्राइमरी स्कूलों के बच्चे भी पानी पी रही है। वहीं सिविल सर्जन दफ्तर की तरफ से उन शिक्षण संस्थानों, संबंधित एरिया के सीनियर मेडिकल अफसरों और कम्यूनिटी हेल्थ सेंटरों के इंचार्ज को लिखित में निर्देश दिए गए है कि जहां पानी में बैक्टीरियल इंफेक्शन पाई गई हैृ वह ग्राम पंचायत और शहरों के निगम के साथ संपर्क करें। साथ ही इससे निपटने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए जाए।
यहां से भरे सैंपल निकले फेल
- फिल्लौर में टूटी, सरकारी हाई स्कूल
- फिल्लौर, बड़ा पिंड में टूटी
- सरकारी प्राइमरी स्कूल दकोहा ईस्ट
- वाटर सप्लाई टैंक गांव धोगड़ी
- सरकारी प्राइमरी स्कूल धोगड़ी
- सरकारी सीनियर सैंकेंडरी स्कूल गर्ल्स
- भोगपुर ट्यूबवैल, सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल बॉयज भोगपुर
- बीडीपीओ एन भोगपुर, सरकारी एलिमेंट्री स्कूल हैंडपंप करतारपुर
- सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूलचिट्टा(करतारपुर),
- सरकारी हाई स्कूल बलोंकी मेहतपुर के 2 सैंपल,
- मेहतपुर के घर,
- सरकारी प्राइमरी स्कूल मलसियां ट्यूबवैल,
- अकाल अकादमी काकड़ाकलां ट्यूबवेल
- सरकारी हाई स्कूल रपेवाल ट्यूबवेल
- सरकारी मिडिल स्कूल मुरिदवाल ट्यूबवेल और शहीद उधम सिंह नगर के घर से भरा सैंपल फेल पाया गया।