Edited By Vatika,Updated: 04 Mar, 2021 02:05 PM

पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू लंबे अर्से बाद मीडिया से रूबरू हुए
चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू लंबे अर्से बाद मीडिया से रूबरू हुए। पंजाब विधानसभा के चल रहे बजट सत्र में लगातार शामिल हो रहे सिद्धू ने आज पंजाब भवन में मीडिया में किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए एक बार फिर से पंजाब की अपनी पार्टी की सरकार को घेरा। उन्होंने राज्य में तिलहन और दलहन की खरीद संबंधी कैप्टन सरकार पर सवाल उठाए।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार दालों और तिलहन फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) क्यों नहीं दे रही है। पंजाब सरकार को चाहिए कि वह राज्य के किसानों को दलहन और तिलहन की फसलों पर एम.एस.पी. दे जिससे न सिर्फ किसानों की आमदन सुनिश्चित होगी, बल्कि राज्य का बहुमूल्य भूजल भी बचेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की स्टोरेज व होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए 5-5 गांवों का कलस्टर बनाकर कोल्ड स्टोरेज बनाए। कोल्ड स्टोरेज से किसानों की अपने फसलों की होल्डिंग कैपेसिटी बढ़ेगी। सिद्धू ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां किसानों से दलहन व तिलहन खरीदता है और फिर प्रोसैसिंग करके तेल बेचता है।
इससे किसानों की आर्थिक दशा सुधरती है। सिद्धू ने किसान आंदोलन के प्रति अपना पूरा समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि कानूनों को किसानों के हित में वापस लिया जाना चाहिए। सिद्धू ने को-ऑप्रेटिव सिस्टम को ब्यूरोक्रेसी के हाथ से निकालकर किसानों के हाथों में देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे किसान अपनी फसल का मूल्य खुद तय कर पाएगा। जैसा कि वेरका और अमूल में होता है। 2 किलो दूध बेचने वाला किसान और 100 किलो दूध बेचने वाला किसान एक ही भाव मिलता है।