Edited By Suraj Thakur,Updated: 26 Jan, 2020 02:35 PM
झांकी में सिख धर्म के तीन बुनियादी सिद्धांतों को ‘नाम जपो, किरत करो और वंड छको’ को दृश्यमान किया गया है।
जालंधर। नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड पंजाब की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। यह झांकी गुरु नानक देव जी के आदर्शों को पूरी तरह से समर्पित थी। झांकी में गुरु जी के फलसफे ‘नाम जपो, किरत करो और वंड छको’(नाम जपें, मेहनत करें और बांट कर खाएं) को दर्शाया गया था।
सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक गणतंत्र दिवस के मौके पर इस झांकी को साल भर चले 550वें प्रकाश पर्व के दौरान हुए समागमों को समर्पित किया गया था। झांकी में एक विशालकाय हाथ एक अकाल पुरुष के फलसफे को दर्शाता है। ट्रैक्टर पर तैयार की गई झांकी में सिख धर्म के तीन बुनियादी सिद्धांतों को ‘नाम जपो, किरत करो और वंड छको’ को दृश्यमान किया गया है।
पहले सिद्धांत में गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म के सभी अनुयायियों से कहा है कि प्रति दिन ईश्वर का नाम जपो, उन्होंने सिखों को ईश्वर की कृपा प्राप्ति और स्मरण के लिए प्रतिदिन नितनेम बाणी का पाठ करने को कहा है। दूसरे सिद्धांत में उन्होंने सिख धर्म के अनुयायियों को गृहस्थ जीवन जीने और ईश्वर के उपहार और कठिन मेहनत करके ईमानदारी से कमाने का उपदेश दिया है। जबकि तीसरे सिद्धांत में उन्होंने कहा "वंड चखो" यानि अर्जित की गई वस्तुओं को दूसरों से साझा करो और साथ मिलकर उसका उपभोग करो।