Edited By Radhika Salwan,Updated: 21 Jun, 2024 03:08 PM
![railway officer conducted surprise inspection imposed heavy fine](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_15_08_101439353northern-ll.jpg)
उत्तर रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन रेलवे प्रबंधक संजय साहू के निर्देशानुसार वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक परमदीप सिंह सैनी ने जांच की कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के कैटरिंग उत्पाद उचित दामों पर बेचे जा रहे हैं या नहीं।
जैतो- उत्तर रेलवे के फिरोजपुर डिवीजन रेलवे प्रबंधक संजय साहू के निर्देशानुसार वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक परमदीप सिंह सैनी ने जांच की कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के कैटरिंग उत्पाद उचित दामों पर बेचे जा रहे हैं या नहीं। इस संबंधित ट्रेन संख्या 12920 (मालवा एक्सप्रेस) का अघोषित निरीक्षण किया गया। उसके साथ कमर्शियल इंस्पेक्टर, जम्मू तवी पामवीर और एक आरपीएफ जवान भी था। उन्होंने जम्मू तवी और लुधियाना बीच चलने वाली सारी ट्रेनों के एयर कंडीशनर और स्लीपर कोचों का बारीकी से निरीक्षण किया।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने प्रत्येक डिब्बे में खाद्य सामग्री खरीदने वाले यात्रियों से पूछताछ की कि उनका बिल वसूला गया है या नहीं। विभिन्न कोचों की जांच के दौरान 10 ऐसे मामले सामने आए, जिनमें आईआरसीटीसी के अधिकृत विक्रेता ने पानी की बोतल 15 रुपये की मूल कीमत के बजाय 20 रुपये में बेची है। आईआरसीटीसी के अधिकृत विक्रेता ने किसी भी यात्री को खाद्य सामग्री का बिल भी नहीं दिया। आईआरसीटीसी के अधिकारियों को आईआरसीटीसी नियमों के तहत पेंट्रीकार लाइसेंसधारी खिलाफ विभागीय कार्रवाई के बारे में सूचित किया गया है। वातानुकूलित कोचों की जांच के दौरान पता चला कि कोच अटेंडेंट ने यात्रियों के रास्ते में बेडरोल के बंडल रख दिए थे। इस बात को सुनिश्चित करने के लिए कि यात्रियों को कोच के अंदर जाने में कोई परेशानी न हो, इन बंडलों को तुरंत हटा दिया गया और कोच अटेंडेंट को इस संबंध में परामर्श दिया गया और आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सूचित किया गया।
गर्मी के मौसम में ट्रेनों में भीड़-भड़ाके को देखते हुए चल रहे विशेष टिकट चेकिंग अभियान के तहत मालवा एक्सप्रेस में सघन टिकट चेकिंग की गई। टिकट जांच के दौरान अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों से 60 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया। इस बीच, स्लीपर कोच में बिना टिकट यात्रा कर रहे 30 यात्रियों को दसुआ में और 60 यात्रियों को जालंधर कैंट रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ और जीआरपी कर्मचारियों की मदद से ट्रेन से उतारा गया।
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