Edited By Vatika,Updated: 19 May, 2022 05:49 PM

पंजाब में कांग्रेस के समक्ष नई समस्या पैदा हो गई है और वह राज्य में नेतृत्व के घोर संकट से जूझ रही है।
जालंधर (अनिल पाहवा): पंजाब में कांग्रेस के समक्ष नई समस्या पैदा हो गई है और वह राज्य में नेतृत्व के घोर संकट से जूझ रही है। दरअसल, पंजाब कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने भाजपा का दामन थाम लिया है।
जीं हां, कभी पंजाब में राहुल गांधी के सारथी बनने वाले सुनील जाखड़ अब पंजाब में भाजपा को मजबूत करेंगे। 2017 में कांग्रेस को सत्ता में लाने वाले कांग्रेस के 3 धुरंधर कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़ और नवजोत सिद्धू की तिकड़ी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह तो पहले ही भाजपा के हो चुके है और अब जाखड़ भी उनके पीछे भाजपा का साथ देने पहुंच गए है। वहीं बात करें नवजोत सिद्धू को तो हाईकमान ने उन्हें पहले ही पार्टी प्रधान से हटा दिया था लेकिन अब वह नई मुश्किल में फंस गए है।

वहीं अब सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिद्धू को रोडरेज मामले में एक साल की कठोर कारावास की सजा सुना दी है। इसके मद्देनज़र नवजोत सिद्धू को आज ही जेल जाना पड़ेगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हे आत्म -समर्पण करने के लिए कोई समय नहीं दिया है। यदि वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें आज ही गिरफ़्तार किया जा सकता है। उधर जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस के साथ मेरा 50 सालों का रिश्ता रहा है और यह रिश्ता तोड़ना इतना आसान नहीं था। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने साल 1972 से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी के साथ हर तरह के अच्छे -बुरे दिन देखे हैं और उनके परिवार की 3 पीढ़ियां पार्टी के साथ रही हैं।