Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 Aug, 2024 07:05 PM
सीमावर्ती कस्बे बहरामपुर में अपने जीजा से मिलने आया एक युवक मामूली बात पर हुए झगड़े में गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए गुरदासपुर अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था, आखिरकार आज उसकी मौत की खबर मिल गई है।
बहरामपुर : सीमावर्ती कस्बे बहरामपुर में अपने जीजा से मिलने आया एक युवक मामूली बात पर हुए झगड़े में गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए गुरदासपुर अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था, आखिरकार आज उसकी मौत की खबर मिल गई है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए थाना बहरामपुर के प्रभारी सरबजीत सिंह ने बताया कि 24-07-24 को जसपाल कुमार पुत्र मदन लाल निवासी उरमुर टांडा जिला होशियारपुर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मेरा बेटा जॉन महला (18) बहरामपुर में वह बहरामपुर में अपने जीजा से मिलने आया था, जो अपनी बहनोई राजेश कुमारी के साथ बहरामपुर बाजार गया था, जब वे पंजाब नेशनल बैंक बहरामपुर के पास पहुंचे, तो अरुपिया ने उससे पूछा कि सोरव कहां है और उसे गाली देना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि मेरे लड़के को हथियार और चाकू से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया, जब झगड़ा होता देख काफी लोग इकट्ठा हो गए तो आरोपी मौके से भाग गए।
वहीं पारिवारिक सदस्यों ने बातचीत के दौरान बताया कि हम लोग घायल हो गए थे और उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल गुरदासपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने ज्यादा गंभीर होने के कारण हमें रेफर कर दिया और हमें तुरंत एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां आज जिंदगी और मौत के बीच लड़ी गई जंग आखिरकार युवक हार गया और जहां उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस ने वादी हरमेश कुमार उर्फ मेसी निवासी नवां टांडा, ईशु, रजत निवासी बहरामपुर, दर्शन. निवासी झबकारा बॉबी, अशोक, रमन, लवप्रीत, रिंका, बहरामपुर निवासी दीपा और बागा निवासी संजू समेत कुल 12 लोगों को अलग-अलग आरोपित किया गया है। जानकारी के मुताबिक मृतक युवक अपनी पांच बहनों का इकलौता भाई था, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बाकी आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।