Edited By swetha,Updated: 29 Sep, 2019 10:48 AM
पंजाब में ड्रोन की सहायता से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार से हथियार सप्लाई करने के मामले में हालांकि पुलिस को काफी अहम सुराग हाथ लग रहे हैं ...
चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब में ड्रोन की सहायता से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार से हथियार सप्लाई करने के मामले में हालांकि पुलिस को काफी अहम सुराग हाथ लग रहे हैं, लेकिन अमृतसर के गांव मोहावा से पाकिस्तान से आए ड्रोन की बरामदगी को लेकर 2 अलग-अलग बयान देकर पंजाब पुलिस उलझ गई है। संभावना है कि पुलिस अधिकारियों द्वारा ड्रोन बरामदगी को लेकर दिए गए अलग-अलग ब्यानों का फायदा आरोपियों को ट्रायल दौरान मिल सकता है। उधर, हथियारों की बरामदगी के मामले में पंजाब पुलिस जल्द और गिरफ्तारियों को अंजाम देने की तैयारी कर रही है।
ड्रोन इस्तेमाल कर हथियार पहुंचाने के मामले में शुक्रवार को पंजाब पुलिस के अधिकारियों की बयानबाजी परस्पर विरोधाभास की वजह से मामले को उलझा गई। अमृतसर में जांच और गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ में जुटी टीम द्वारा अहम कड़ी आकाश रंधावा को गांव मोहावा ले जाने की सूचना के साथ जानकारी शेयर की गई कि निशानदेही पर ड्रोन बरामद किया गया है, जो पाकिस्तान वापस उड़ान भरने में नाकाम रहने के कारण छिपा दिया गया था। बरामदगी को लेकर जांच टीम के एक अधिकारी ने पत्रकारों को पुष्टि भी की थी कि आकाशदीप की निशानदेही पर अन्य ड्रोन बरामद किया गया है जिसकी जांच की जाएगी, क्योंकि पहले बरामद ड्रोन की तरह इसे न तो जलाया गया था और न ही डैमेज किया गया था। दूसरी तरफ, देर रात लगभग 10 बजे पंजाब पुलिस हैडक्वार्टर ने बयान जारी कर बिल्कुल अलग कहानी बताते हुए शुक्रवार को आकाशदीप की निशानदेही पर ड्रोन की बरामदगी को सिरे से नकार दिया।
बयान में कहा गया कि गांव मोहावा से ड्रोन असल में 13 अगस्त को यानी तकरीबन सवा महीना पहले बरामद हुआ था। उसके बाद से पुलिस की सतर्कता के बाद ही आकाशदीप और अन्य से हथियारों की खेप बरामद हुई और ड्रोन द्वारा हथियारों की तस्करी जैसे नए व खतरनाक तरीके का खुलासा हुआथा। देश की सुरक्षा से जुड़े अहम मामले में पंजाब पुलिस के अधिकारियों द्वारा 2 अलग-अलग, बल्कि विरोधी बयान अदालत में सुनवाई दौरान बचाव पक्ष के लिए काफी अहम प्वाइंट साबित हो सकता है।