Edited By Subhash Kapoor,Updated: 10 Oct, 2024 07:30 PM
डीजीजीआई ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 700 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिलिंग जीएसटी धोखाधड़ी के दो मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान भाई मनीष और अमित, निवासी गुरमुख सिंह कॉलोनी मंडी गोबिंदगढ़ के रूप में हुई है।
लुधियाना (सेठी) : डीजीजीआई ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 700 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिलिंग जीएसटी धोखाधड़ी के दो मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान भाई मनीष और अमित, निवासी गुरमुख सिंह कॉलोनी मंडी गोबिंदगढ़ के रूप में हुई है। ये दोनों काल्पनिक/डमी फर्म बनाने और फर्जी आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) के साथ 700 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी बिलिंग की श्रृंखला बनाने में मास्टरमाइंड थे। इस तरह सरकार को 100 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया गया। इनके आवासीय और कार्यस्थल परिसरों की तलाशी के दौरान, 11 मोबाइल फोन, 7 पेन ड्राइव, 2 लैपटॉप, कई बैंक खातों की 56 चेक बुक, 27 पहचान संबंधी दस्तावेज, 7 स्टैम्प्स और 46 ए.टी.एम कार्ड जब्त किए गए, जो विभिन्न व्यक्तियों के हैं। आरोपियों ने अपनी धोखाधड़ी गतिविधियों को कबूल कर लिया और तदनुसार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ये दोनों भाई इन खातों से एक विशेष बैंक शाखा से नकदी निकालते थे। अब तक नकदी निकासी की कुल मात्रा 717 करोड़ से अधिक थी।आरोपियों ने अपनी धोखाधड़ी गतिविधियों को कबूल कर लिया था और तदनुसार उन्हें 9 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। डीजीजीआई लुधियाना ऐसी डमी संस्थाओं की पहचान कर रहा है और उन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो फर्जी बिलिंग की धोखाधड़ी गतिविधि में शामिल हैं।