Edited By Urmila,Updated: 05 Dec, 2025 05:38 PM

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट, जेल डिपार्टमेंट, पंजाब और टेक्निकल एजुकेशन एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग डिपार्टमेंट, पंजाब के साथ मिलकर 6 दिसंबर, 2025 को सेंट्रल जेल, पटियाला में "सलाखों के पीछे जिंदगी को बेहतर बनाना।
चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट, जेल डिपार्टमेंट, पंजाब और टेक्निकल एजुकेशन एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग डिपार्टमेंट, पंजाब के साथ मिलकर 6 दिसंबर, 2025 को सेंट्रल जेल, पटियाला में "सलाखों के पीछे जिंदगी को बेहतर बनाना: असली बदलाव - सुधार के लिए एक नया दृष्टिकोण" नाम से एक बड़ी सुधार पहल शुरू कर रहा है। इस प्रोग्राम का उद्घाटन भारत के माननीय चीफ जस्टिस, जस्टिस सूर्यकांत करेंगे और इसमें सुप्रीम कोर्ट के जज, हाई कोर्ट के जज और राज्य के सीनियर अधिकारी शामिल होंगे। इस पहल का मकसद पंजाब की जेलों को प्रशिक्षण व पुनर्वास सेंटर में बदलना है। पंजाब स्किल डेवलपमेंट मिशन की मदद से, सभी 24 जेलों में 2,500 कैदियों को नेशनल लेवल पर सर्टिफाइड वोकेशनल ट्रेनिंग मिलेगी।
इस पहल के तहत, जेलों के अंदर 11 आई.टी.आई. खोले जाएंगे जो वेल्डिंग, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबिंग, सिलाई टेक्नोलॉजी, कॉस्मेटोलॉजी, सीओपीए और बेकरी जैसे ट्रेड में NCVT-सर्टिफाइड लॉन्ग-टर्म कोर्स ऑफर करेंगे। इसके अलावा, टेलरिंग, जूट और बैग मेकिंग, बेकरी, प्लंबिंग, मशरूम की खेती, कंप्यूटर हार्डवेयर और दूसरे स्किल्स में NSQF-अलाइंड शॉर्ट-टर्म कोर्स भी ऑफर किए जाएंगे। सर्टिफाइड फैकल्टी के साथ नेशनल मापदंडों के तहत ट्रेनिंग, मॉडर्न वर्कशॉप, हर महीने ₹1,000 का स्टाइपेंड और NCVET/NSQF सर्टिफिकेशन दिया जाएगा। एक मजबूत पुनर-एकीकरण ढांचा सरकारी ITIs के जरिए रिहाई के बाद लगातार ट्रेनिंग, डीबीईई के जरिए प्लेसमेंट में मदद, MSME स्कीम्स तक पहुंच, मेंटरिंग और अच्छे कंडक्ट सर्टिफिकेट जारी करना यकीनी बनाता है। जेल फैक्ट्रियों में तरखान, सिलाई, वेल्डिंग, बेकरी और फैब्रिकेशन ऑफर करने से प्रैक्टिकल शिक्षा मजबूत की जाती है।
पंजाब की जेलों में दूसरे सुधारों में 9 जेलों में पेट्रोल पंप लगाना, स्पोर्ट्स और योग प्रोग्राम, जेल कैदी कॉलिंग सिस्टम (PICS), रेडियो उजाला और क्रिएटिव एक्सप्रेशन के लिए प्लेटफॉर्म शामिल हैं। उसी दिन, पंजाब स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी एक महीने तक चलने वाला राज्य भर में एंटी-ड्रग अवेयरनेस कैंपेन, “यूथ अगेंस्ट ड्रग्स” भी शुरू करेगी, जिसका उद्घाटन भारत के माननीय चीफ जस्टिस करेंगे। यह कैंपेन, जो 6 दिसंबर, 2025 से 6 जनवरी, 2026 तक चलेगा, अवेयरनेस, लीगल एजुकेशन और पुनर्वास तरीकों से ड्रग्स के गलत इस्तेमाल से लड़ने के लिए कम्युनिटीज़ और इंस्टीट्यूशन्स को इकट्ठा करेगा। ये कोशिशें हाई कोर्ट के पुनर्वास जस्टिस, मान और सुरक्षित भाईचारे प्रति वचनबद्धता को दर्शाता है जो कैदियों को कस्टडी से कॉम्पिटेंसी में बदलने और ड्रग-फ्री सोसाइटी को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।
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