Edited By PTI News Agency,Updated: 27 Sep, 2020 05:40 PM
अमृतसर, 27 सितंबर (भाषा) संसद में पिछले हफ्ते कृषि से जुड़े विधेयकों के पारित होने के खिलाफ किसान ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के तहत रविवार को अमृतसर-दिल्ली रेलमार्ग पर जमे रहे।
अमृतसर, 27 सितंबर (भाषा) संसद में पिछले हफ्ते कृषि से जुड़े विधेयकों के पारित होने के खिलाफ किसान ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के तहत रविवार को अमृतसर-दिल्ली रेलमार्ग पर जमे रहे।
पटरी पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के लिए आसपास के गांवों के लोग खाना और अन्य सामान पहुंचा रहे हैं। नजदीक के गुरुद्वारे प्रदर्शनकारियों के लिए लंगर भी लगा रहे हैं।
केसरिया दुपट्टा ओढ़े महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल हैं और उन्होंने केंद्र के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि वे संसद से पारित विधेयकों को लागू नहीं होने देंगी।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले किसान बुधवार से ही पंजाब में पटरियों पर बैठे हुए हैं।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने मांग की कि पंजाब के सभी मौजूदा 13 सांसद किसानों की मांग के समर्थन में तत्काल इस्तीफा दें।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को गांवों में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
समिति ने ‘रेल रोको’ प्रदर्शन 29 सितंबर तक विस्तारित करने की घोषणा की है। इस प्रदर्शन की वजह से राज्य में रेल सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं।
किसानों ने आशंका जताई है कि केंद्र द्वारा कृषि सुधारों के लिए लाए गए विधेयकों से ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य’ (एमएसपी) प्रणाली को खत्म करने का रास्ता साफ होगा और वे बड़ी कंपनियों की दया पर निर्भर हो जाएंगे।
संसद ने हाल में कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 तथा आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक को पारित किया है जिसे अभी राष्ट्रपति की मंजूरी नहीं मिली है।
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