Edited By Urmila,Updated: 23 Dec, 2025 02:16 PM

जलालाबाद रोड ओवरब्रिज को बने हुए भले ही कुछ ही साल हुए हों, लेकिन यह ओवरब्रिज इस समय खूब चर्चाओं में है।
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा, खुराना) : जलालाबाद रोड ओवरब्रिज को बने हुए भले ही कुछ ही साल हुए हों, लेकिन यह ओवरब्रिज इस समय खूब चर्चाओं में है। ओवरब्रिज की हालत ऐसी हो गई है कि यहां खड़े होने पर ऋषिकेष स्थित लक्ष्मण झूला पर होने का अहसास होने लगा है। इसका कारण ये है कि ओवरब्रिज पर भारी वाहन चढ़ जा रहे हैं और जब हैवी व्हीकल चढ़ रहे हैं तो बीच दरमियान से यह ओवरब्रिज हिलता-डुलता है और लक्ष्मण झूले का अहसास कराता है। जिससे वहां खड़े या गुजर रहे लोगों में भय का माहौल बन गया है जबकि यह ओवरब्रिज हैवी व्हीकल वाहनों के लिए नहीं है।
ओवरब्रिज पर जगह-जगह गहरे गड्ढे दिखने लगे हैं। ये गड्ढे इसके निर्माण कार्य पर उंगली उठा रहे हैं और निर्माण कार्य के लिए जिम्मेदार ठेकेदार के कार्य पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। इन्हीं गड्ढों वाली जगह पर अगर आप खड़े हो जाओ और उसी दौरान कोई भारी वाहन यहां से गुजरे तो आपको यह ओवरब्रिज हिलता-दिखाई देगा। जिससे आप भय से कांप उठेंगे।
गौरतलब है कि इस नवनिर्मित ओवरब्रिज का निर्माण कुछ वर्ष पहले लोगों की सुविधा के लिए शुरू किया गया था और अभी से इस ओवरब्रिज पर कई जगहों पर गहरे गड्ढे पड़ने लगे हैं और सड़क कई जगहों पर टूट चुकी है। जो हादसों को न्यौता देती नजर आ रही है। ओवरब्रिज पर बने गड्ढों के कारण हादसों का खतरा मंडराने लगा है, क्योंकि ओवरब्रिज के ऊपर से गुजरने वाले वाहन तेज गति से चलते हैं और जिस स्थान पर ये गड्ढे पड़े हैं, वह ओवरब्रिज का केन्द्र बिंदु है और ओवरब्रिज यहीं से मुड़ता है। अगर कोई तेज गति से वाहन यहां से गुजरेगा तो गड्ढों से टकराकर हादसा हो सकता है।
इसलिए प्रशासन और संबंधित विभाग को इस मुद्दे की गंभीरता को समझना चाहिए और ओवरब्रिज पर बने गड्ढों को भरना चाहिए जबकि जिला प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है। हालांकि विधायक जगदीप सिंह काका बराड़ और अन्य प्रशासनिक अधिकारी अक्सर इस ओवरब्रिज से गुजरते हैं, लेकिन वे इसे नजरअंदाज कर देते हैं। कोई भी नेता या अधिकारी अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहा है। ओवरब्रिज पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बने हुए हैं, जिससे कभी भी कोई वाहन इसकी चपेट में आ सकता है और बड़ी जनहानि हो सकती है। इसलिए डिप्टी कमिश्नर को इस ओर ध्यान देकर तुरंत संबंधित विभाग की खिंचाई कर ओवरब्रिज में आ रही खामियों को दूर करवाना चाहिए, लेकिन प्रशासन खुद बेफिक्र होकर चैन की नींद सो रहा है।
यहां यह भी गौरतलब है कि इस ओवरब्रिज पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं और एक पुलिसकर्मी की सड़क हादसे में मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन इन घटनाओं से सबक नहीं ले रहा है, जो चिंता का विषय है।
भारी वाहन गुजरता है तो ओवरब्रिज पर भूकंप आने का होता है अहसास
राजू ने बताया कि वे बीते दिनों ओवरब्रिज से पैदल जा रहा था। इसी दौरान एक ओवरलोड ट्रक वहां से गुजरा तो पुल की जमीन हिलने लगी। जिससे भूकंप आने जैसा अहसास हुआ। ऐसे ही अगर ओवरलोड व्हीकल आते-जाते रहे तो यह पुल कभी भी गिर सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों ने बताया कि जलालाबाद रोड ओवरब्रिज केवल दो व चार पहिया छोटे वाहनों के लिए बनाया गया था, लेकिन वहां पर भारी वाहन भी जबरदस्ती चलते हैं।
कई महीने पहले तोड़ी बैरीकेटिंग भी नहीं लगी अब तक
कई महीने पहले ट्रक चालक ने मौके का फायदा उठाकर एक ट्रक को ओवरब्रिज पर चढ़ा दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि जलालाबाद रोड की तरफ बैरिकेडिंग के लगे ग्रिल टूट गए और अब एक तरफ का कोई भी बड़ा भारी वाहन ओवरब्रिज पर जा सकता है। बैरिकेडिंग टूटे कई महीने हो गए हैं, मगर प्रशासन ने उसे दोबारा लगवाने की तरफ ध्यान नहीं दिया। जिससे ओवरलोड वाहन ओवरब्रिज पर चढ़ रहे हैं। प्रशासन को ओवरब्रिज के दोनों तरफ एक अधिकारी या कर्मचारी की ड्यूटी लगानी चाहिए जो भारी वाहन चालकों पर सख्ती से नजर रखे और उन्हें सबक सिखाए।
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