Edited By Vatika,Updated: 12 Aug, 2025 04:24 PM

स्थानीय लाजपत नगर में स्थित नोटोरियस क्लब में ईस्टवुड के मालिक के बेटे व भतीजे पर हुए
जालंधर (अनिल पाहवा/सुधीर) : स्थानीय लाजपत नगर में स्थित नोटोरियस क्लब में ईस्टवुड के मालिक के बेटे व भतीजे पर हुए कातिलाना हमले को लेकर पुलिस की तरफ से अपने स्तर पर जांच की जा रही है तथा आरोपियों को तलाशा जा रहा है, जोकि पुलिस की प्रणाली का एक हिस्सा है। लेकिन इस मामले में अंडरग्राऊंड हुए आरोपी टैबी भाटिया, सैबी भाटिया, बंटी चावला के विदेश में भाग जाने की जानकारी सामने आई है। अभी तक इस मामले में पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि मामले में बुरे फंसते देख इन आरोपियों ने देश से बाहर जाने में ही भलाई समझी। इस हाईप्रोफाइल विवाद में जांच से लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी तक के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
आरोपियों के ठिकानों पर लगातार नजर
सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि आरोपियों पर जिस दिन मामला दर्ज हुआ, उसी दिन वे पंजाब छोड़कर बाहर चले गए थे। सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि तीनों आरोपियों ने हवाई टिकट का भी प्रबंध कर रखा था और वे संभवतः अब तक विदेश निकल गए होंगे। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन की तरफ से आरोपियों के संभावित ठिकानों पर लगातार नजर रखी जा रही है। बकायदा सिविल ड्रैस में कर्मी तैनात किए गए हैं और पुलिस ने अपने खबरियों को भी सतर्क कर दिया है और उक्त तीनों आरोपियों में से किसी के भी मिलने पर उसकी सूचना पुलिस को देने के लिए कहा गया है।
तो क्या आरोपियों ने लड़ाई-झगड़े के लिए रखा था बाऊंसर
आरोपी टैबी भाटिया, सैबी भाटिया, बंटी चावला के साथ-साथ चौथे आरोपी के तौर पर टैबी के बाऊंसर की पहचान की जा रही है। नाइट क्लब में शराब के जाम के साथ-साथ गुंडागर्दी करने के लिए आरोपियों ने कथित तौर पर बाऊंसर तक ले रखे थे, जिससे यह बात साफ हो रही है कि आरोपियों को पहले से ही विवाद होने की संभावना दिख रही थी, तभी उन्होंने बाऊंसर का प्रबंध कर रखा था। वैसे भी नोटोरियस क्लब के प्रबंधकों को लेकर भी सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर कोई प्राईवेट बाऊंसर नाइट क्लब के अंदर कैसे दाखिल हो गया। पुलिस की तरफ से क्लब के अंदर और बाहर के सी.सी.टी.वी. खंगाले जा रहे हैं ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।
आरोपियों के लाइसैंसी हथियार भी पुलिस के राडार पर
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि आरोपियों में से कुछ के पास लाइसैंसी हथियार भी थे। बेशक मौके पर फायरिंग की कोई खबर नहीं है, लेकिन उसके बावजूद पुलिस जांच कर रही है कि आरोपियों ने इन हथियारों का कहां पर इस्तेमाल किया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इन हथियारों का दुरुपयोग तो नहीं हुआ है। वैसे भी पुलिस आरोपियों के हथियारों की जांच कर उनके लाइसैंस रद्द करने को लेकर विचार कर रही है। सूत्र भी यह बता रहे हैं कि घटना के दिन आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर अपने वाहन में से हथियार लेकर आने की भी कोशिश की थी, लेकिन वैले पार्किंग में गाड़ी खड़ी होने के कारण वह समय पर हथियार निकाल नहीं पाया। इस बात को लेकर भी पुलिस सी.सी.टी.वी. के माध्यम से जांच कर रही है।
पुलिस कमिश्नर के सख्त रवैये से शहर के लोग खुश
जालंधर में पिछले कुछ समय से नाइट क्लब का ट्रैंड बड़ी तेजी से चला है और कई घरानों के युवा इन नाइट क्लबों में अकसर देखे जाते हैं। निर्धारित समय के तहत नाइट क्लब जाना और लिमिट में रहकर इंज्वाय करना गलत नहीं है, लेकिन जिस तरह से सुबह 3-4 बजे तक नाइट क्लब में जाम से जाम टकराते रहे, उसने पूरी व्यवस्था को खराब कर दिया। पंजाब केसरी को कई अभिभावकों के फोन भी आ रहे हैं, जिसमें वे जिला पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर की तरफ से उठाए गए सख्त कदमों की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं यह भी मांग कर रहे हैं कि इस व्यवस्था को यूं ही जारी रखा जाए। पिछले कई वर्षों के बाद इस तरह की स्ट्रिक्ट व गुड पुलिसिंग जालंधर में देखने को मिली है।
मामला रफा दफा करने में कईयों ने लगा दिया पूरा जोर
टैबी भाटिया, सैबी भाटिया, बंटी चावला हाईप्रोफाइल हंगामे के आरोपी हैं तथा उन पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। ऐसे में पुलिस की तरफ से उन पर एफ.आई.आर. दर्ज करने से पहले मामले को निपटाने के लिए हरसंभव प्रयास किया गया है। खासकर शहर के स्पोर्ट्स व्यवसाय से जुड़े लोग इस मामले को हल करवाने के लिए बीच बचाव करते भी दिखे। इसके अलावा मंत्री से लेकर सत्ताधारी पार्टी के कई नेता व आला अधिकारी भी बीच बचाव में आए, लेकिन किसी की एक नहीं चली। सूत्र तो बताते हैं कि पंजाब के एक मंत्री ने तो इस मामले को खत्म करने के लिए पुलिस कमिश्नर को दर्जनों फोन किए, लेकिन गुड पुलिसिंग के चक्कर में उनकी एक नहीं चली।
एल.ओ.सी. जारी करने की चल रही प्रक्रिया : सी.पी. धनप्रीत कौर
उधर, पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने कहा है कि आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है, जहां तक आरोपियों के विदेश भाग जाने की जानकारी सामने आ रही है, उसे देखते हुए एल.ओ.सी. जारी किए जा रहे हैं, ताकि आरोपियों को काबू किया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन अपना काम कर रहा है, और बिना किसी दबाव के पूरे मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपी चाहे जहां भी हों, जिला पुलिस की तरफ से उन्हें तुरन्त गिरफ्तार किया जाएगा तथा कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे का एक्शन होगा।