Edited By Mohit,Updated: 04 Dec, 2020 09:24 AM

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का साथ देने के लिए निहंग सिख भी सिंघू बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं।
पंजाबः केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का साथ देने के लिए निहंग सिख भी सिंघू बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं। किसानों के हक में आए निहंग सिखों का कहना है कि सरकार को यह काले कानून वापिस ले लेने चाहिए, नहीं तो हम यहीं पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम भी किसान हैं और हम किसानों के साथ खड़े हैं।

बता दें कि आंदोलन कर रहे किसानों ने मांग की कि केंद्र नए कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संसद का विशेष सत्र आहूत करे और अगर मांगें नहीं मानी गईं तो राष्ट्रीय राजधानी की और सड़कों को अवरुद्ध किया जाएगा। अपने ‘दिल्ली चलो' मार्च के तहत किसान अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के चार व्यस्त सीमा मार्गों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इन स्थानों पर पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया है।

गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कैप्टन ने शाह से कहा कि जल्द से जल्द किसानों की समस्या का हल निकाला जाना चाहिए। कैप्टन ने कहा कि किसानों के आंदोलन से अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है।

किसानों के समर्थन में AIMTC
दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकारियों की बढ़ती तादाद के बीच ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हुए उत्तर भारत में 8 दिसंबर से परिचालन बंद करने की धमकी दी। AIMTC लगभग 95 लाख ट्रक ड्राइवरों और अन्य संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है।