Edited By Kalash,Updated: 06 Nov, 2024 11:26 AM
ढिल्लों ब्रदर्स की मौत के मामले में शुरूआती विवाद के समय थाना 1 में मौजूद आर्मी के नायक ने मीडिया के सामने आकर बड़ा बयान दिया है।
जालंधर : ढिल्लों ब्रदर्स की मौत के मामले में शुरूआती विवाद के समय थाना 1 में मौजूद आर्मी के नायक ने मीडिया के सामने आकर बड़ा बयान दिया है। जवान करजिंदर सिंह का कहना है कि पहले मानवजीत ढिल्लों ने 14 अगस्त 2023 को थाने में खूब हंगामा किया था। तब थाने में एस.एच.ओ. मौजूद नहीं था। 16 अगस्त को वह लोग दोबारा आए। तब थाने में मौजूद पूर्व एस.एच.ओ. नवदीप सिंह ने लड़की और लड़के के पारिवारिक सदस्यों को ही अपने कमरे में रहने को कहा और बाकियों को बाहर जाने का कह दिया था। इस बात को लेकर मावजीत ढिल्लों काफी तैश में आ गया और कभी डी.जी.पी. का नाम लेकर धमकाया तो तभी मानवजीत ने गोल्फ का प्रधान होने का डर दिखाया।
थाने में उस समय काफी विवाद हुआ था, धक्का-मुक्की हुई थी। फिरोजपुर के जीरा के रहने वाले करजिंदर सिंह का कहना है कि उसका अपने ससुरालियों के साथ विवाद हुआ था जिसके चलते उसके खिलाफ भी 107-51 की कार्रवाई की गई थी। 16 अगस्त को जब सारा विवाद हो चुका था तब उसकी जमानत हुई।
जवान ने कहा कि वह इस बात का गवाह है कि नवदीप सिंह ने अपने पद का कोई गलत इस्तेमाल नहीं किया। उसने कहा कि अगर नवदीप सिंह गलत ही था तो मानवदीप उप्पल और उसके दोस्त भगवंत भंता ने उसके गांव के सरपंच के साथ संपर्क करके यह बात क्यों कहीं थी कि फौजी को कह कर ढिल्लों ब्रदर्स के हक के बयान दिलाए जाएं। करमिंदर सिंह ने दावा किया कि कुलदीप सिंह नाम का उसका जानकार भी इस बात का गवाह है कि उस पर ढिल्लों ब्रदर्स पक्ष की तरफ से नवदीप सिंह के खिलाफ बयान देने को कहा, जबकि उसके पड़ोसी गांव के लोगों से भी सिफारिश डलवाई गई थी।
करमिंदर सिंह ने कहा कि न ही तो वह मानवजीत के खिलाफ है और न ही नवदीप सिंह के पक्ष में। वह मात्र सच्चाई की बात कर रहा है जो उसके सामने हुआ। फौज के नायक ने यह भी कहा कि उसने पुलिस को भी बयान दिए हैं। अगर उसके मोबाइक की कॉल डिटेल निकलवाई जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि नवदीप सिंह के साथ उसकी कभी बात हुई है या नहीं और तब उसे ढिल्लों ब्रदर्स पक्ष की तरफ से किन-किन के मोबाइल आए थे।
पुलिस ने हाईकोर्ट द्वारा दिया समय निकालने के लिए देरी से भेजा दोबारा डी.एन.ए. सैंपल: मानवदीप उप्पल
उधर मानवदीप उप्पल लगातार कपूरथला पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। इस बार मानवदीप उप्पल ने कहा कि माननीय हाईकोर्ट ने जो कपूरथला पुलिस को 31 दिसंबर तक तथ्य सामने रखने का समय दिया था वह पूरी योजना के तहत किसी बहाने से निकालने की कोशिश की जा रही है।
उसने कहा कि मई 2024 को अगर डी.एन.ए. रिपोर्ट नैगेटिव आई थी तो उसके कुछ दिनों के भीतर ही सैंपल दोबारा क्यों नहीं भेजा गया। पुलिस ने अब कुछ दिन पहले सैंपल भेजा, जिसकी रिपोर्ट आने को महीनों लग जाता है और यही बहाना कपूरथला पुलिस माननीय हाईकोर्ट समक्ष बना सकती है। उसने कहा कि 450 दिन बीत जाने के बाद भी कपूरथला पुलिस इस मामले को लेकर कोई रिपोर्ट तक नहीं बना सकी और न ही उसे कुछ बताया जा रहा है।
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