Edited By Tania pathak,Updated: 09 May, 2021 06:36 PM
देश की चौकीदारी के लिए सियाचिन ग्लेशियर पर शहादत देने वाले गुरदासपुर के गांव दबुरजी के रहने वाले 2 बहनों के अकेले भाई 21 वर्षीय नौजवान प्रगट सिंह का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गुरदासपुर (गुरप्रीत चावल): देश की चौकीदारी के लिए सियाचिन ग्लेशियर पर शहादत देने वाले गुरदासपुर के गांव दबुरजी के रहने वाले 2 बहनों के अकेले भाई 21 वर्षीय नौजवान प्रगट सिंह का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया। प्रगट सिंह सियाचिन में बर्फ़ीले तूफ़ान के दौरान बर्फ़ के नीचे दबने के कारण 25 अप्रैल को ज़ख़्मी हो गया था, जोकि बीते दिन शहादत का जाम पी गया।
शहीद की मृतक देह को आज जद्दी गाँव लाया गया, जहां सरकारी सम्मानों के साथ उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके बहनों ने अपने इकलौते भाई को सेहरा बांधा और मुख्य अग्नि उनके पिता प्रीतम सिंह की तरफ से दी गई। इस मौके पूरे गांव में शोक की लहर थी। इस मौके कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे और फ़ौज की टुकड़ी की तरफ से शहीद को सलामी दी गई।
इस मौके जानकारी देते कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि बड़े दुख की बात है शहीद नौजवान दो बहनों का इकलौता भाई था। वह बहुत दुखी है परन्तु हमें गर्व है कि वह उनके इलाके का जवान है, जिसने देश के लिए अपनी जान दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से परिवार को 50 लाख रुपए की सहायता दी गई है और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वायदा किया है। उन्होंने बताया कि गांव में शहीद की यादगार भी बनाई जाएगी और परिवार की हर तरह से मदद की जाएगी।
इस मौके रोते हुए शहीद की बहन किरनदीप ने कहा कि उनको दुख भी है और गर्व भी है कि उनका इकलौता भाई देश के लिए कुर्बान हुआ है। उन्होंने कहा कि आज बड़े दुखी मन के साथ उन्होंने अपने भाई को सेहरा बांधा है।