Edited By Vaneet,Updated: 11 Sep, 2020 11:42 AM
भारत सरकार की रीजनल कैक्टिविटी स्कीन (आर.सी.एस.) मिशन उड़ान के तहत 3 वर्ष पूर्व साहनेवाल एयरपोर्ट से 2 ....
लुधियाना(बहल): भारत सरकार की रीजनल कैक्टिविटी स्कीन (आर.सी.एस.) मिशन उड़ान के तहत 3 वर्ष पूर्व साहनेवाल एयरपोर्ट से 2 सितंबर 2017 को आरंभ हुआ। लुधियाना-दिल्ली उड़ानों का सिलसिला सरकार की स्कीम बंद होने के साथ ही थमने के कगार पर पहुंच गया है। एयर इंडिया द्वारा उड़ानों की कमान संभालने के बाद 10 सितंबर 2020 से लुधियाना-दिल्ली की मार्निंग फ्लाइट आरंभ करने की घोषणा मात्र कागजों में सिमट कर रह गई और पहली मार्निंग फ्लाइट ही दिल्ली से लुधियाना नहीं पहुंची।
एयर इंडिया द्वारा पहली मार्निंग फ्लाइग कैंसिल करने के साथ ही 24 सितंबर तक लुधियाना दिल्ली की उड़ाने रद्द करने की घोषणा कर दी गई है। एयरलाइंस के अधिकारियों के मुताबिक कोरोना संकट के मद्देनजर पैसेंजर्स लोड की भारी कमी के चलते उड़ानें रद्द करने का फैसला लिया गया है। बता दें कि कोविड-19 लॉकडाऊन के दौरान 25 मई 2020 लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट करीब 2 महीने बंद रहने के बाद फिर से आरंभ हुई थी।
इसके बाद कोरोना महामारी के प्रभाव के चलते अलायंस एयर के 72 मीटर एयरकफ्ट ए.टी.आर-72 में औसतन पैसेंजर्स लोड का ग्राम 25 फीसदी के करीब ही रहा था। अब उड़ान स्कीम की अवधि खत्म होने के बाद एयर इंडिया के लिए लुधियाना-दिल्ली फ्लाइट का संचालन करना एक कठिन चुनौती साबित हो सकता है, क्योंकि उड़ान स्कीम के दौरान विमान का यात्री किराया न्यूतम 1300 से बढ़कर 2200 रुपए हो गया है।