Edited By Urmila,Updated: 20 May, 2022 12:58 PM

तस्करों से बरामद की गई शराब को पंजाब में पहले बहा दिया जाता था परन्तु अब पंजाब सरकार इस शराब को बहाने की बजाय बेचेगी। इसके लिए बीडिंग प्रोसेस शुरू कर दिया गया है। पहले पड़ाव में आबकारी विभाग का...
जालंधरः तस्करों से बरामद की गई शराब को पंजाब में पहले बहा दिया जाता था परन्तु अब पंजाब सरकार इस शराब को बहाने की बजाय बेचेगी। इसके लिए बीडिंग प्रोसेस शुरू कर दिया गया है। पहले पड़ाव में आबकारी विभाग का जालंधर दफ्तर 30 हजार पेटियां बेचने जा रहा है। फिर पंजाब के बाकी हिस्सों में यह प्रोसैस अपनाया जाएगा। आधी कीमत पर यह शराब कारखाने को बेचेगी जिसको वह दोबारा इस्तेमाल कर सकेंगे परन्तु उसकी क्वालिटी के बैंचमार्क और सेहत को लेकर गाइडलाईन की पालना करना जरूरी होगी। इस बारे में जालंधर दफ्तर में आबकारी विभाग के सहायक कमिश्नर राजपाल सिंह ने कहा कि डिस्टलरीज शराब के इस स्टाक को खरीद सकेंगे।
पंजाब में इस समय पर शराब की प्रति प्रूफ लीटर कीमत 52.50 रुपए के करीब है। तस्करों से बरामद की गई शराब की कम से कम कीमत 27 रुपए प्रति प्रूफ लीटर के करीब तय की गई है। पंजाब में शराब के तस्कर आम तौर पर चंडीगढ़ से सस्ती शराब लाकर अलग-अलग इलाकों में बेचने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा शराब के विदेशी ब्रांड की तस्करी भी दूसरे शहरों से लाकर पंजाब में से जाती है। आबकारी विभागों की टीम रेड करके इस शराब को पकड़ती है। अभी तक तस्करों से पकड़ी गई शराब बर्बाद कर दी जाती थी परन्तु पहली बार इसकी बिक्री करके सरकार पैसा कमाना चाह रही है।
इम्पोटेंड शराब बेचने को लेकर नीति तय नहीं
फिलहाल सरकार ने तस्करों से पकड़ी गई शराब की बोतलों को बेचने को लेकर नीति तय नहीं की गई है। जो बोतल दूसरे शहरों में 15 हजार से 20 हजार रुपए की होती है, वह पंजाब में 10 हजार रुपए में बेची जाती है। यह प्रीमियम ब्रांड की होती है। सिर्फ टैक्स चोरी करने के लिए इसकी तस्करी की जाती है।
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