Edited By Tania pathak,Updated: 09 Jun, 2020 11:08 AM
पहलें पंजाब सरकार की तरफ से ऑनलाइन शराब की बिक्री का फैसला लिया गया था, परन्तु शराब ठेकेदार इससे सहमत नहीं हुए और कई मीटिंगों के बाद 8 मई को ठेके खोल दिए गए थे...
चंडीगढ़: कोरोना वायरस के कारण लागू हुए लॉकडाउन के बाद बंद पड़े ठेकों को खोलने की मंजूरी केंद्र सरकार की तरफ से दे दी गई, जिस कारण राज्य में शराब की बिक्री शुरू हो गई थी। केंद्र के दिशा -निर्देश जारी होने के बाद पंजाब में भी 8 मई से दुकानें खोल दीं गई थीं। इसके बाद पंजाब में ठेके की दुकानों के बाहर लंबी कतारे भी देखने को मिली। अब एक महीना बीतने के बाद शराब की बिक्री का संख्या सामने आई है। इन आंकड़ों से मुताबिक 8 मई से 8 जून तक 700 करोड़ रुपए की शराब बिकने का अंदाजा है।
पहलें पंजाब सरकार की तरफ से ऑनलाइन शराब की बिक्री का फैसला लिया गया था, परन्तु शराब ठेकेदार इससे सहमत नहीं हुए और कई मीटिंगों के बाद 8 मई को ठेके खोल दिए गए थे। पंजाब के शहरी इलाकों में बिक्री कम रही, जबकि सब से ज़्यादा शराब ग्रामीण इलाकों में ही बिकी। सबसे ज़्यादा लुधियाना, फतेहगढ़ साहब, मंडी गोबिन्दगढ़,अमृतसर फोकल पॉइंट पर दिखा। यहाँ शराब की बिक्री पहले के मुकाबले कम रही।
हर महीने सरकार को करीब 500 करोड़ का मालीया शराब से मिलता है। इस हिसाब के साथ देखा जाये तो करीब 430 करोड़ का मालीया पंजाब के जिलों के ठेकों से सरकार को मिलेगा। शराब बिक्री के मामलो में लुधियाना सब से आगे हैं और तरनतारन में शराब की उपभोग सब से कम है शराब की बिक्री में पंजाब में काम करने वाले मज़दूरों के साथ भी काफ़ी प्रभाव पड़ा है। अब तक पंजाब के जिलों से करीब 7 लाख मज़दूर अपने जिलों में वापस जा चुके हैं।