Edited By Kamini,Updated: 05 Nov, 2024 11:23 AM
पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों की मांगों को लेकर चंडीगढ़ में अहम बैठक हुई।
पंजाब डेस्क : पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों की मांगों को लेकर चंडीगढ़ में अहम बैठक हुई। फरवरी से सड़क पर बैठे किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए सोमवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में न बैठक हुई है। बैठक की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी के अध्यक्ष पूर्व जज नवाब सिंह ने की। इस दौरान किसान आंदोलन का प्रमुख सरवन सिंह पंधेर तो शामिल नहीं हुए, लेकिन डल्लेवाल ग्रुप के कई नेता मौजूद रहे। बताया गया कि पंधेर ने पहले ही बैठक में आने से इनकार कर दिया था लेकिन जगजीत सिंह डल्लेवाल अपनी खराब सेहत के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके। बैठक में किसान नेताओं ने एक बार फिर केंद्र सरकार को 12 सूत्री मांगें सौंपी और कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, उनका संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने साफ कहा कि दिल्ली कूच करने की उनकी योजना अभी भी बरकरार है। सूत्रों के मुताबिक, किसान नेता डल्लेवाल ने आगामी लोकसभा सत्र के दौरान भूख हड़ताल शुरू करने का ऐलान किया है। किसान संगठनों के साथ बैठक में हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर, गृह सचिव रेनू फुलिया, अंबाला रेंज के IG सिबास कविराज, अंबाला के SP सुरिंदर भौरिया, पंजाब के गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह, DGP गौरव यादव और दोनों राज्यों के कई अधिकारी शामिल थे।
किसान सहयोग करें तो सरकार बॉर्डर खोलने पर राजी
बैठक में हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने कहा कि वे बॉर्डर खोलने को तैयार हैं, लेकिन किसान नेताओं को दिल्ली जाने से पीछे हटना होगा। किसान नेताओं ने हरियाणा सरकार की बात को सिरे से खारिज कर दिया। किसानों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं और बॉर्डर नहीं खोला गया तो वे दिल्ली कूच करेंगे। बैठक में पंजाब सरकार के अधिकारियों ने केंद्र सरकार से पहले की तरह मध्यस्थता करने को कहा। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले किसान संगठनों की केंद्रीय कृषि मंत्री से कई दौर की बातचीत हुई थी, लेकिन बात नहीं बन पाई थी। इस तरह लोकसभा चुनाव में तीसरी बार NDA सरकार आने के बाद अब हरियाणा में तीसरी बार BJP सरकार बनने से मामला बदल गया है।
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