Edited By Updated: 13 May, 2017 03:27 PM
कुछ दिन पहले आम अादमी पार्टी को अलविदा कहने वाले गुरप्रीत सिंह घुग्ग्ाी के जल्द ही कांग्रेस का हाथ थामने की संभावना है। इसके साथ ही वह गुरदासपुर संसदीय सीट के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भी हो सकते हैं।
बटालाः कुछ दिन पहले आम अादमी पार्टी को अलविदा कहने वाले गुरप्रीत सिंह घुग्ग्ाी के जल्द ही कांग्रेस का हाथ थामने की संभावना है। इसके साथ ही वह गुरदासपुर संसदीय सीट के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भी हो सकते हैं। घुग्गी ने खुद भी कांग्रेस में शामिल होने के संकेत दिए हैं। गुरदासपुर संसदीय सीट मशहूर फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना के निधन से खाली हुई है।
भाजपा सांसद विनोद खन्ना का गत 27 अप्रैल को निधन हो जाने के बाद गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव होना तय है, हालांकि अभी तारीख का एेलान नहीं हुआ है। इसके बावजूद, कांग्रेस और भाजपा समेत अन्य राजनीतिक पार्टी ने प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है।
अाम आदमी पार्टी के पूर्व प्रांतीय संयोजक गुरप्रीत सिंह घुग्गी जिले के बटाला के गांव खोखर फौजिया के रहने वाले हैं। यहां से वह आप की टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। उन्हें 34 हजार से ज्यादा वोट पड़े थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। गत बुधवार को उन्होंने आप से त्याग पत्र दे दिया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा के राज्यसभा सदस्य बन जाने के कारण कांग्रेस को गुरदासपुर लाेकसभा सीट से मजबूत प्रत्याशी की जरूरत है। ऐसे में यदि घुग्गी कांग्रेस में शामिल होते हैं तो वह यहां से टिकट के प्रबल दावेदार होंगे।
उधर, गुरप्रीत घुग्गी ने कहा कि वह फिलहाल सियासत से दूर रहकर गोवा में परिवार समेत छुट्टियां बिताने आए हैं। कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है अौर वह इसमें एक सेवादार की भांति काम करना चाहते हैं। अगर कांग्रेस मौका देगी तो वह सेवा करने को तैयार हैं।
गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा क्षेत्रों में से सात पठानकोट, भोआ, दीनानगर, गुरदासपुर, कादिया, फतेहगढ़ चूडिय़ा तथा डेरा बाबा नानक सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा सिर्फ सुजानपुर विधानसभा सीट ही जीत सकी थी।