Edited By Vatika,Updated: 19 Jan, 2021 10:00 AM

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) जल्द ही ऐतिहासिक गुरुद्वारों में लंगर तैयार करने के लिए
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) जल्द ही ऐतिहासिक गुरुद्वारों में लंगर तैयार करने के लिए भाप से खाना पकाने की प्रणाली का उपयोग करेगी। यह निर्णय एसजीपीसी की अंतरिम समिति की बैठक में लिया गया था और अब इसे लागू करने के लिए कारर्वाई की गई है।
एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने सोमवार को रारा साहिब के बाबा बलजिंदर सिंह के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि शुरू में लंगर के लिए भाप से खाना पकाने की विधि का उपयोग सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में श्री गुरु राम दास जी के लंगर के लिए किया जाएगा। इसके बाद इसे अन्य गुरुद्वारों में भी लागू किया जाएगा। भाप से लंगर तैयार करने से ईंधन की बचत होती। इसके अलावा, प्रदूषण कम हो जाएगा और खाना पकाने के लिए समय की बचत होगी। रारा साहिब के बाबा बलजिंदर सिंह ने कहा कि स्टीम विधि द्वारा लंगर की तैयारी स्वाद और पोषण को बनाए रखती है।
यह विधि पिछले 10 वर्षों से रारा साहिब में लंगर तैयार करने के लिए अपनाई गई है। पहले, तकनीक बहुत उन्नत नहीं थी, लेकिन अब इसमें बहुत सुधार हुआ है। स्टीम सिस्टम की स्थापना के लिए जर्मनी से आवश्यक उपकरण लाए जाएंगे और इस प्रक्रिया में कुछ महीने लगेंगे। बाबा बलजिंदर सिंह ने बीबी जागीर कौर के प्रयासों की सराहना की और उन्हें गुरु के लंगर के लिए सेवा का अवसर देने के लिए धन्यवाद दिया।