Edited By Sunita sarangal,Updated: 30 Oct, 2020 09:32 AM
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के माहिर एवं रिसर्च स्कॉलर और इसके अनुसंधान विद्वान एन.एच.-3 (अमृतसर-वाघा बार्डर सैक्शन.......
अमृतसर(ममता): गुरु नानक देव विश्वविद्यालय ने राजमार्ग डिजाइन, सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के विभिन्न पहलुओं पर नवीन अनुसंधान करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन.एच.ए.आई.), नई दिल्ली के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एम.ओ.यू. के तहत, जी.एन.डी.यू. पंजाब राज्य के पठानकोट, गुरदासपुर व अमृतसर जिलों से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों की 137 किलोमीटर लंबाई पर शोध करेगा।
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के माहिर एवं रिसर्च स्कॉलर और इसके अनुसंधान विद्वान एन.एच.-3 (अमृतसर-वाघा बार्डर सैक्शन 35.93 किलोमीटर) और एन.एच.-54 (पठानकोट-अमृतसर सैक्शन) पर ज्यामितीय और फुटपाथ डिजाइन, रोड ऑडिट और सौंदर्यीकरण योजना के पहलुओं पर शोध करेंगे।
राजमार्गों के सुरक्षा मानकों में सुधार करने के लिए सड़क वर्गों और जंक्शन डिजाइन, फुटपाथ सामग्री, यातायात नियंत्रण तथा विनियमन उपकरणों की स्थापना व सुधार करने के लिए अभिनव तरीके, राजमार्गों के साथ अभिनव शहरी डिजाइन तत्वों को यात्रियों को राजमार्गों को आकर्षक बनाने के लिए प्रस्तावित किया जाएगा। योजना, वास्तुकला और सिविल इंजीनियरिंग विभाग अनुसंधान प्रयासों में सामूहिक रूप से काम करेंगे। छात्रों और शोधकर्ताओं को अपना शोध करने के लिए एन.एच.ए.आई. से वित्तीय सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर प्रो. जसपाल सिंह संधू, कुलपति, प्रो. एस.एस. बहल, डीन अकादमिक मामले, सुनील यादव, परियोजना निदेशक, एन.एच.ए.आई., अमृतसर, डा. के.एस. काहलों, रजिस्ट्रार, डा. अश्विनी लूथरा, शारीरिक योजना और वास्तुकला के डीन फैकल्टी और डा. एम.पी. ढुल्का, असिस्टैंट प्रोफैसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग उपस्थित थे।