Edited By prince,Updated: 16 Apr, 2021 05:35 PM
पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज निगम के चेयरमैन व पूर्व विधायक जोगिन्द्र सिंह मान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को पत्र लिखकर अंबेडकर जंयती पर मुख्यमंत्री की वर्चुअल मीटिंग में न बुलाने पर रोष जताया है।
फगवाड़ा: पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज निगम के चेयरमैन व पूर्व विधायक जोगिन्द्र सिंह मान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को पत्र लिखकर अंबेडकर जंयती पर मुख्यमंत्री की वर्चुअल मीटिंग में न बुलाने पर रोष जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पत्र में फगवाड़ा की बेलगाम अफसरशाही को लगाम देने की मांग की है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पूर्व मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से बाबा साहब डा. बी.आर. अम्बेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य में हर जिले के प्रशासन को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया गया था कि 14 अप्रैल को डा. अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा राज्य स्तरीय वर्चुअल मीटिंग में संविधान निर्माता डा. अम्बेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया जाएगा जिसके बाद मुख्यमंत्री का संबोधन होगा।
इस वर्चुअल मीटिंग में पंजाब सरकार के सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, बोर्ड व निगम चेयरमैनों, पार्षदों जिला परिषद एवं ब्लॉक समिति सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई थी। परन्तु फगवाड़ा की बेलगाम अफसरशाही ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के दफ्तर से जारी हुए आदेश का पालन न करते हुए अधिकतर जनप्रतिनिधियों व पार्टी नेताओं को आमंत्रित ही नहीं किया। इसी को लेकर उन्होंने इसे जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मेहनती वर्करों ने अपना पसीना बहा कर पार्टी को दोबारा सत्ता हासिल करने में मदद की है। उन्होंने अधिकारियों के इस रवैये के निराशाजनक बताते हुए कांग्रेस पार्टी को को इसके गंभीर परिणाम भुगतने की बात कही है। मान ने कहा कि वे प्रदेश सरकार की कैबिनेट के सदस्य रहे हैं और तीन बार फगवाड़ा से विधायक चुने जा चुके हैं परन्तु इसके बावजूद उक्त वर्चुअल मीटिंग में उन्हें न्योता नहीं दिया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर विश्वास जताते हुए अधिकारियों के इस तानाशाही रवैये पर कड़ी कार्रवाही करने को कहा है ताकि कांग्रेस पार्टी के मेहनती वर्करों व सीनियर नेताओं का सम्मान बरकरार रहे।