Edited By Urmila,Updated: 29 Oct, 2025 03:22 PM

अधिक कमाई के लालच में कुछ हलवाइयों और दुकानदारों द्वारा कथित नकली पनीर और कथित घटिया क्वालिटी की दही बेचकर भोले-भाले लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
कपूरथला (सेखड़ी): अधिक कमाई के लालच में कुछ हलवाइयों और दुकानदारों द्वारा कथित नकली पनीर और कथित घटिया क्वालिटी की दही बेचकर भोले-भाले लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। असली और बढ़िया पनीर की कीमत लगभग 400 रुपए किलो होती है, जब कि कई दुकानदार कथित तौर पर 150 रुपए वाला नकली और जान लेवा पनीर 300 रुपए किलो बेचकर बड़ा मुनाफा कमाने के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य के साथ सरेआम खिलवाड़ कर रहे हैं।
शहर में कई दुकानों पर यह नकली पनीर, दूध, दही और कथित नकली मिठाइयां बिना बिल के बेचकर 5 प्रतिशत जी.एस.टी. की चोरी करने के साथ-साथ अपनी वार्षिक सेल को 30 प्रतिशत वाली इनकम टैक्स की सलैब से भी बचाया जा रहा है। यूं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा खाने-पीने वाली कुछ चीजों के सैंपल भर कर कथित रूप में खाना पूर्ति की जा रही है।
यदि स्वास्थ्य विभाग सही ढंग से मिलावट खोरी पर नुकेल डालना चाहता है तो प्रत्येक दुकानदार के हर महीने एक या दो बार खुली चीजों के सैंपल जरूर भरे जाने चाहिए। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह भी पता चला है कि कई दुकानदार तो ऐसे भी हैं जिनका लंबे समय से कभी भी सैंपल नहीं भरा गया। इस संबंध में भी जांच होनी चाहिए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पनीर को तैयार करने के लिए और दही को सख्त जमाने के लिए कुछ हलवाइयों की ओर से जिन घातक कैमिकलों का प्रयोग किया जा रहा है वह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं और स्लो पोएजन का काम करते हैं। शहर में सत्य नारायण चौक के नजदीक, बस स्टैंड के नजदीक, जालौखाना चौक नजदीक, सदर बाजार में, कोटू चौक नजदीक और शहर में अन्य कई स्थानों पर दूध, दहीं, पनीर आदी के सेल बहुत अधिक है। स्वास्थ्य विभाग को नकली पनीर और घटिया मिठाइयों की बिक्री को रोकने के लिए तुरंत ही ठोस प्रयास करने चाहिए।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here